जयपुर. नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा धारा 370 और 35 A को हटाए जाने के बाद जयपुर में पढ़ रहे कश्मीरी विद्यार्थियों से ईटीवी भारत मुखातिब हुआ. इस दौरान कश्मीर से आए बच्चों का कहना था कि बदलाव का असर आने में वक्त लगेगा. लेकिन, घाटी में कानून व्यवस्था को लेकर बरती जा रही एतिहाद के बीच वह अपने घर वालों से बात नहीं कर पा रहे हैं. कुछ बच्चों ने तो ईटीवी के जरिए घर वालों को ईद की मुबारकबाद पेश की है.
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छात्रों का कहना है कि धारा 370 का हटना कशमीर के हक में हैं. इससे ना सिर्फ कश्मीर का विकास होगा बल्कि उच्च शिक्षा के नए रास्ते भी खुलेंगे. यह विचार जयपुर में पढ़ रहे उन कश्मीरी विद्यार्थियों के हैं जो फिलहाल मोबाइल और इंटरनेट पर लगी पाबंदी के बीच अपने घर वालों से इन दिनों बातचीत नहीं कर पाए.
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कश्मीर के करीब 1 हजार बच्चे जयपुर के अलग अलग शिक्षण संस्थानों में शिक्षा हासिल कर रहे हैं. इन बच्चों पर कश्मीर के हालात का असर साफ देखा जा सकता है. कुछ बच्चों को लगता है कि इसके फायदे वक्त के साथ सामने आएंगे.
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फिलहाल जम्मू कश्मीर और लद्दाख में मौजूद उनके परिजन परेशानियों से दो-चार हो रहे हैं. ऐसे में सरकार को उनकी भी सुध लेनी चाहिए. इन बच्चों ने बताया कि शुरुआत में तो उनको भी कश्मीरी होने के कारण शक के नजरिए से देखा जाता था.
लेकिन वक्त के साथ जयपुर में भी उनके दोस्त बने और अब उनका नजरिया पहले से जुदा है. कश्मीरी बच्चों का कहना था कि जम्मू कश्मीर में पर्यटन की अपार संभावना है. अगर माहौल बेहतर रहा तो जल्द जन्नत में बहार लौटेगी.