जयपुर. वल्लभनगर और धरियावद उपचुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही भाजपा ने भी तैयारी तेज कर दी है. हालांकि वल्लभनगर में भाजपा के लिए रणधीर सिंह भींडर बड़ी चुनौती हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया इससे इंकार करते हैं.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भींडर के भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं से इनकार करते हुए ये भी कहते हैं कि जब पिछले चुनाव में वसुंधरा जी मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में चुनाव लड़ी तब पार्टी ने भिंडर को एक्सेप्ट नहीं किया, तो अब तो सवाल ही नहीं उठता.
ईटीवी भारत से उप चुनाव की तैयारियों को लेकर हुई खास बातचीत के दौरान गुलाबचंद कटारिया ने यह बयान दिया. कटारिया ने कहा कि दोनों विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए पार्टी पहले से ही तैयारी कर कर रही है. उन्होंने दावा किया कि दोनों सीटों पर भाजपा का कमल खिलेगा.
दोनों सीटों पर प्रत्याशी के लिए ज्यादा मारामारी नहीं..
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि इन दोनों सीटों पर प्रत्याशियों के नाम के चयन को लेकर ज्यादा मारामारी नहीं है. क्योंकि दोनों ही सीटों पर दो से तीन प्रमुख दावेदार सामने आए हैं, जिनमें से पार्टी को चयन करना है. उन्होंने बताया कि इन दोनों ही सीटों पर पार्टी ने पूर्व में कुछ लोगों को जिम्मेदारी देकर तैनात किया था. उनके सुझाव और पार्टी के फीडबैक के आधार पर प्रत्याशी तय होगा.
भींडर चुनौती नहीं, वल्लभनगर में जीत का ये है समीकरण
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि वल्लभनगर सीट पर रणधीर सिंह भींडर बीजेपी के लिए चुनौती नहीं हैं. सन 1952 से ही ये सीट भाजपा और जनसंघ के प्रभाव वाली है. पिछले कुछ साल में रणधीर सिंह भिंडर की जनता सेना के आने से यह मुकाबला ट्रायंगल जरूर हुआ है, लेकिन इस ट्रायंगल में भी बीजेपी का कमल खिलेगा.
कटारिया ने इसके पीछे पिछले लोकसभा चुनाव और हाल ही में हुए पंचायत राज चुनाव के परिणाम का उदाहरण दिया. कहा कि भींडर लोकसभा चुनाव में खुले तौर पर कांग्रेस के प्रत्याशी के साथ थे, फिर भी इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने करीब 65 हजार मतों से बढ़त ली. हाल ही में हुए पंचायत राज चुनाव में भी यहां तीन में से दो स्थानों पर बीजेपी ने अपना प्रधान बनाया, जिस एक स्थान पर जनता सेना ने प्रधान बनाया वहां भी पूर्ण बहुमत भींडर की पार्टी को नहीं मिल पाया.
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भींडर को लेकर पार्टी करेगी निर्णय
क्या भाजपा में आप रणधीर सिंह भिंडर को एक्सेप्ट करेंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं एक्सेप्ट करूं, यह सवाल नहीं है, क्योंकि यह निर्णय पार्टी को लेना है. पार्टी जिसे भी सिंबल देगी, हम उसी को जिताने का पूरा प्रयास करेंगे.
हालांकि कटारिया ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में रणधीर भींडर को पार्टी ने स्वीकार नहीं किया था. इस उपचुनाव में दिवंगत विधायक के परिवार से ही किसी को टिकट दिए जाने के सवाल पर कटारिया ने कहा टिकट परिवार से मिले या किसी और को, सिंबल जिसे भी मिलेगा हम उसी को जिताने की पूरी कोशिश करेंगे.
विकास नहीं होने के कारण शक्तावत सीएम के खिलाफ गए
कटारिया ने वल्लभनगर सीट से कांग्रेस के दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शेखावत की बगावत का भी जिक्र किया. कहा कि वे मुख्यमंत्री से मुखालफत कर पायलट कैंप में चले गए थे, क्योंकि क्षेत्र में विकास नहीं होने के कारण वे नाराज थे.
कटारिया ने कहा कि अपने आधे कार्यकाल तक सरकार ने विकास का कोई काम नहीं किया. इस चुनाव में विकास बड़ा मुद्दा रहेगा. कांग्रेस की अंतर्कलह भी सभी के सामने है. इसका फायदा भाजपा को मिलेगा.
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह निर्वाचन आयोग ने दोनों ही सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव कराने का ऐलान किया है और चुनावी कार्यक्रम जारी कर दिया है.