जयपुर. शहर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारियों द्वारा जवानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए जयपुर पुलिस लाइन में आयोजित की जा रही संपर्क सभा जवानों के लिए काफी लाभप्रद साबित हो रही है. संपर्क सभा में जवान पुलिस के आला अधिकारियों के सामने फेस टू फेस रूबरू होते हैं और उन्हें जिस भी तरह की समस्या होती है उस समस्या के बारे में अधिकारियों को अवगत कराते हैं. वहीं जवानों की समस्या का मौके पर ही निस्तारण करने का पूरा प्रयास किया जाता है.
यदि स्वास्थ्य संबंधी या मानसिक अवसाद संबंधी कोई समस्या है तो चिकित्सक परामर्श और काउंसलिंग के जरिए उस समस्या को दूर करने का पूरा प्रयास किया जाता है. एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने बताया कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारियों द्वारा पुलिस लाइन में आयोजित की जा रही संपर्क सभा में जो भी समस्याएं सामने आती हैं, उनका हर स्तर पर निस्तारण किया जाता है.
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यदि जवान की समस्या का निस्तारण कमिश्नरेट स्तर पर हो जाता है तो उसे पुलिस कमिश्नर के स्तर पर सुलझाया जाता है. यदि समस्या का समाधान पुलिस मुख्यालय स्तर से होना होता है तो फिर पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों से मिलकर उस समस्या का समाधान किया जाता है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के बस्सी, चौमू, कानोता और अन्य नगर पालिकाओं से जब भी पुलिस के जवान किसी काम के लिए जयपुर आते हैं, तो उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
जिसे लेकर अनेक जवानों द्वारा संपर्क सभा के दौरान आला अधिकारियों के सामने समस्या रखी गई. जवानों ने संपर्क सभा में आला अधिकारीयों को बताया कि उन्हें किसी भी तरह का टीए, डीए और बाइक भत्ता नहीं मिलता है और उन्हें अपने जेब से ही यह सारे खर्चे उठाने पड़ते हैं. ऐसे में जवानों की समस्या का समाधान करते हुए पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों से संपर्क किया गया.
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अब दूसरी नगरपालिका से जयपुर आने वाले पुलिस के जवानों को टीए, डीए, बाइक भत्ता और मैस भत्ता देने की घोषणा की गई है. इसके साथ ही अन्य समस्याएं भी जवानों के द्वारा बताई गई, उनका भी निस्तारण पुलिस मुख्यालय स्तर से करवाया गया है. संपर्क सभा के माध्यम से जवान और पुलिस के आला अधिकारियों के बीच खाई को पाटने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.