जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित विधायकों के तीन दिवसीय आवासीय चिंतन शिविर में सोमवार को दूसरे दिन विधायकों के साथ पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने संवाद किया. इस दौरान मंच पर सीएम गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और गुजरात प्रभारी रघु शर्मा मौजूद रहे.
चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को संबोधित करते हुए इस बात पर नाराजगी भी जताई कि विधायक अपने और सरकार के अपने क्षेत्र में करवाए गए कामों की बुकलेट क्यों नहीं छपवा रहे हैं ? इसके बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि बजट से ठीक पहले (Sachin Pilot Supported CM Gehlot) विकास को लेकर अपने क्षेत्र की बातों पर चर्चा करना एक बेहतरीन तरीका है. उन्होंने कहा कि इसका बेहतर नतीजा होगा. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जनता भाजपा के निर्णय से परेशान है. विपक्ष के झूठ और फरेब को बेनकाब करने के लिए एकजुट होकर सत्ता पक्ष अपनी बात रखेगा.
आज शाम को विधायकों की जिलेवार और कल विधायकों के साथ ओपन सेशन...
कांग्रेस के चिंतन शिविर में संगठन को मजबूत बनाने और आगामी विधानसभा सत्र में विपक्ष को एकता के साथ जवाब (Congress Strategy to Reply BJP in Rajasthan) देने की रणनीति पर चर्चा हुई. कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर के तहत आज पहले विधायक दल की बैठक हुई. उसके बाद शाम को विधायकों की जिलेवार बैठक होगी, जिसमें विधायकों को उनकी समस्याओं के बारे में पूछा जाएगा.
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वहीं, संगठन को कैसे मजबूत बनाया जाए, इसे लेकर भी चर्चा होगी. इसके साथ ही विधायकों के साथ चिंतन शिविर का सबसे महत्वपूर्ण काम आगामी बजट सत्र को लेकर है, जिसमें विधायकों को यह स्पष्ट संदेश दिया जा रहा है कि हर हाल में कांग्रेस और समर्थक दलों के विधायकों को एकजुट (Solidarity Message to Rajasthan Congress Leaders) रहना है और इसी एकजुटता के साथ विपक्ष के सवालों का जवाब देना है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों के सरकार और अपने क्षेत्र में करवाए गए कामों की बुकलेट नहीं छपवाने पर नाराजगी जताते हुए विधायकों से यहां तक कह दिया कि अगर कांग्रेस विधायक सरकार की योजनाओं को आम जनता तक नहीं पहुंचाएंगे तो सरकार कैसे रिपीट होगी. इसके आगे उन्होंने विधायकों को यहां तक कह दिया कि अगर विधायक अपने क्षेत्र के विकास के काम नहीं करेंगे तो जब AICC उनके क्षेत्र में टिकट के लिए सर्वे करवाएगी तो आपके नाम सर्वे में कैसे आएंगे और टिकट कट जाएंगे.