जयपुर. विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण में सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो टेप की जांच कर रही एसओजी की आठ सदस्यी स्पेशल टीम लगातार दिल्ली और मानेसर में कैंप कर रही है. एसओजी की स्पेशल टीम राजस्थान के सीआईडी (सीबी) के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के नेतृत्व में आज एक बार फिर से दिल्ली और मानेसर में छानबीन की कार्रवाई को अंजाम देगी. इसके साथ ही एसओजी के आला अधिकारी भी लगातार पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और दिल्ली व मानेसर गई हुई स्पेशल टीम को निर्देशित भी कर रहे हैं.
इस प्रकरण में सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो टेप को लेकर जिन विधायकों और सांसद को नोटिस भेजे गए हैं, उनसे संपर्क साधने का प्रयास एसओजी की टीम लगातार कर रही है. इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण में जिन लोगों के बयान दर्ज किए जाने हैं और पूछताछ की जानी है, उन लोगों की तलाश में आज एक बार फिर से दिल्ली व मानेसर में एसओजी की टीम द्वारा छानबीन की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा.
एसओजी टीम की दिल्ली व मानेसर में सक्रियता को देखते हुए विधायक अपने ठहरने का स्थान लगातार बदल रहे हैं और एसओजी के सामने आने से बच रहे हैं. वहीं इस पूरे प्रकरण को लेकर राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव द्वारा हरियाणा पुलिस को पत्र लिखकर प्रकरण में सहयोग करने की मांग की गई थी. हरियाणा पुलिस की तरफ से भी जांच में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया गया था. जिसे देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आज एसओजी टीम को हरियाणा पुलिस का भी सहयोग छानबीन के दौरान प्राप्त होगा.
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बता दें कि बीते गुरुवार की रात सामने आए ऑडियो टेप में कथित तौर पर राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात की जा रही थी. जिसके बाद मामले की जांच के लिए क्लिप को राजस्थान एसओजी को सौंप दिया गया था.
उल्लेखनीय है कि बीते गुरुवार को एक ऑडियो सामने आया था. जिसमें कथित तौर पर कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह व संजय जैन की आवाज थी. कांग्रेस ने इस ऑडियो का हवाला देते हुए शेखावत को गिरफ्तार करने की मांग की थी और आरोप लगाया था कि वे पार्टी के एक बागी विधायक के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं. हालांकि शेखावत ने कहा था कि ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है और वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं.