जयपुर. प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ प्रदेश की जनता को 1 मई से मिलना शुरू हो गया है. प्रदेश भर में अब तक करीब 25000 लोगों ने इसका लाभ लिया है. एक अप्रैल से शुरू हुए रजिस्ट्रेशन के तहत अब तक जयपुर में 3 लाख 21 हजार परिवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन इस योजना में करवाया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में परिवारों को 5 लाख तक कैशलेस बीमा मिलेगा. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 1 अप्रैल से शुरू हुआ था और इस योजना में 5 लाख 85 हजार परिवारों का रजिस्ट्रेशन होना था. जयपुर जिले में अब तक 3 लाख 21 हजार परिवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन इस योजना में करवा लिया है. एक से 30 अप्रैल के बीच 2 लाख 43 हजार परिवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन कोविड-19 को देखते हुए इस योजना में रजिस्ट्रेशन कराने की तिथि बढ़ाकर 31 मई कर दी गई. 1 मई से 31 मई के बीच 75 हजार से अधिक परिवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया. इस तरह से जयपुर जिले में 3 लाख 21 हजार लोगों ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ लेने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है.
सरकार की ओर से मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का प्रचार प्रसार करने के बाद भी करीब ढाई लाख से अधिक परिवार इस इस योजना में रजिस्ट्रशन नहीं करवा पाए, हालांकि अभी भी इस योजना के में रजिस्ट्रेशन चालू है. 1 से 30 अप्रैल के बीच रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी परिवारों को 1 मई से लाभ मिलना शुरू हो गया और जिस परिवार ने मई महीने में अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है, उसे रजिस्ट्रेशन के अगले दिन से लाभ मिलना शुरू हो गया.
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सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के उपनिदेशक रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि 1 जून के बाद इस योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले परिवारों को 1 अगस्त से इस योजना का लाभ मिलेगा. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अस्पतालों में 6963 मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया. इनमें से 929 मरीज सरकारी और 6034 मरीज प्राइवेट अस्पतालों में रजिस्टर्ड थे. सबसे अधिक 545 मरीज सवाई मानसिंह अस्पताल में रजिस्टर्ड हुए, जिन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था.
कलेक्ट्रेट के सूचना विभाग के उप निदेशक रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए एक पोर्टल बनाया गया है. health.rajsarhan.gov.in पोर्टल और ईमित्र के माध्यम से चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. चिरंजीवी योजना में आम जनता आसानी से रजिस्ट्रेशन करा सकें, इसके लिए जन अनुशासन पंखवाड़ा और लॉकडाउन में भी ई मित्रों को बंद नहीं किया गया.
चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में नेटवर्क कारण शुरुआत में परेशानियों का सामना करना पड़ा था. रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि अब यह समस्याएं दूर कर दी गई हैं. शुरुआत में जनाधार बनवाने में भी लोगों को परेशान होना पड़ा था. लोगों की परेशानी को देखते जनाधार के आवेदन की पर्ची से भी चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है.
रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि कुछ कैटेगरी ऐसी है, जिन्हें रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है, और कुछ को रजिस्ट्रेशन कराना है, लेकिन उनका प्रीमियम राज्य सरकार देगी. शर्मा ने बताया कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में लापरवाही बरतने पर कुछ ई मित्रों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है, उनसे जुर्माना भी वसूला गया है और कुछ को निलंबित किया गया है. उन्होंने कहा कि भविष्य में भी यदि ई मित्रों के खिलाफ अधिक वसूली की शिकायत आती है, तो उस पर कार्रवाई जरूर की जाएगी. कुछ लोगों का कलेक्ट्रेट स्थित सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के कार्यालय में बुलाकर चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन भी किया गया.
चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में ये हैं महत्वपूर्ण बातें
- चिरंजीवी योजना में पंजीकरण करवाने वाले परिवारों से किसी भी तरह का रजिस्ट्रेशन शुल्क नहीं लिया जाएगा. ई मित्र केंद्र को भी रजिस्ट्रेशन करवाते वक्त होने वाले सभी तरह के शुल्क राज्य सरकार वहन करेगी. पात्र परिवार को केवल 850 रुपये प्रीमियम के ही देने हैं.
- लघु और सीमांत किसानों व होमगार्ड आशाकर्मी, पंचायत सहायक, पैराटीचर एवं मदरसा पैरा टीचर्स, विद्यार्थी मित्र, आंगनवाड़ी कर्मचारी, सहयोगिनी समेत सभी संविदा कर्मियों के बीमा का प्रीमियम भी राज्य सरकार देगी. इनके लिए बीमा पूरी तरह से निशुल्क परंतु इन्हें रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है.
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत जनगणना के पात्र परिवारों के बीमा का प्रीमियम सरकार देगी. इन्हें रजिस्ट्रेशन करवाने की भी आवश्यकता नहीं है.
- आयुष्मान भारत महात्मा गांधी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पूर्व से ही इन परिवारों को निशुल्क बीमा का लाभ मिल रहा है.
- जिला स्पताल में भर्ती से पूर्व के 5 दिन और अस्पताल से छुट्टी होने के बाद 15 दिन तक इस बीमारी का बीमा में कवर किया जाएगा.
- योजना में कोविड-19 सहित विभिन्न बीमारियों के इलाज की 1576 पैकेज शामिल है.