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SMS Hospital: एक क्लिक पर मिलेगी मरीज की बीमारी से जुड़ी जानकारी, जानिए कैसे...

जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (SMS Hospital) को इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जा रहा है. इसके जरिए एसएमएस अस्पताल में आने वाले मरीजों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगी.

SMS Hospital
सवाई मानसिंह अस्पताल
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Published : Aug 8, 2022, 8:37 PM IST

Updated : Sep 3, 2022, 12:05 PM IST

जयपुर. राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल में आने वाले मरीजों की बीमारी से जुड़ी जानकारी अब चिकित्सक को एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगी. चिकित्सा विभाग की ओर से एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) को इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जा रहा है. जिसके बाद सवाई मान सिंह अस्पताल प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पतालों से भी सीधा जुड़ जाएगा और इसका सबसे अधिक फायदा अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीजों को होगा.

प्रदेश के लगभग सभी सरकारी अस्पताल इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ चुके हैं लेकिन (SMS Hospital Being Linked to IHMS) एसएमएस अस्पताल को अभी भी ऑनलाइन ऐप के माध्यम से संचालित किया जा रहा है. मामले को लेकर चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया का कहना है कि चिकित्सा विभाग के अन्य सभी अस्पताल और संबंधित विभाग इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम यानी आईएचएमएस (IHMS) से जुड़ चुके हैं.

सवाई मानसिंह अस्पताल हुआ ऑनलाइन

लेकिन अभी तक एसएमएस अस्पताल इस सिस्टम से नहीं जुड़ पाया और फिलहाल अस्पताल आरोग्य ऑनलाइन ऐप के माध्यम से ही संचालित किया जा रहा है. ऐसे में एसएमएस अस्पताल में आने वाले मरीजों के इलाज से जुड़ी जानकारी या डाटा अन्य संबंधित विभाग तक नहीं पहुंच पाता. जिसके बाद विभाग ने एसएमएस अस्पताल को भी आईएचएमएस से जोड़ने का निर्णय लिया है.

इस तरह करेगा काम: आईएचएमएस से जुड़ने के बाद एसएमएस अस्पताल में आने वाले मरीजों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगी. मामले को लेकर एसएमएस अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ प्रदीप शर्मा का कहना है कि प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पतालों को आईएचएमएस से जोड़ा जा चुका है लेकिन एसएमएस अभी तक आईएचएमएच से नहीं जुड़ पाया है. इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ने के बाद सबसे अधिक फायदा मरीजों को होगा. क्योंकि यदि कोई मरीज अपना इलाज प्रदेश के किसी भी इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े सरकारी अस्पताल में करवाता है तो ओपीडी की पर्ची आईपीडी में दी जाने वाली दवाइयों और इलाज से जुड़ा पूरा डाटा इस सिस्टम पर अपलोड हो जाता है.

पढे़ं. SMS Hospital Child kidnapping Case: 3 दिन बाद जयपुर से दस्तयाब किया गया मासूम, तीन गिरफ्तार

ऐसे में यदि फिर मरीज को उस अस्पताल से एसएमएस अस्पताल में इलाज के लिए आता है या फिर रेफर किया जाता है तो मरीज के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी डालने पर चिकित्सकों को मरीजों की पहले की गई जांच का पता चल सकेगा. इसके अलावा यदि मरीज एसएमएस अस्पताल में अपना इलाज करवाने के बाद अन्य किसी सरकारी सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पताल में जाएगा तो एसएमएस में किस तरह का इलाज दिया गया है इसकी भी जानकारी आसानी से मिल सकेगी.

चिकित्सक भी होंगे हाईटेक: सवाई मानसिंह अस्पताल में हर दिन हजारों की संख्या में मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं. जब इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से अस्पताल को जोड़ दिया जाएगा तो चिकित्सकों को भी गैजेट्स के साथ लैस किया जाएगा और चिकित्सकों को लैपटॉप दिए जाएंगे. जिसके बाद ओपीडी में रजिस्ट्रेशन के बाद मरीज किसी भी जानकारी चिकित्सक तक पहुंच जाएगी. ऐसे में चिकित्सक मरीज को दिए जाने वाले इलाज की जानकारी इस मैनेजमेंट सिस्टम पर अपलोड कर सकेंगे.

जयपुर. राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल में आने वाले मरीजों की बीमारी से जुड़ी जानकारी अब चिकित्सक को एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगी. चिकित्सा विभाग की ओर से एसएमएस अस्पताल (SMS Hospital) को इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जा रहा है. जिसके बाद सवाई मान सिंह अस्पताल प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पतालों से भी सीधा जुड़ जाएगा और इसका सबसे अधिक फायदा अस्पताल में इलाज करवाने वाले मरीजों को होगा.

प्रदेश के लगभग सभी सरकारी अस्पताल इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ चुके हैं लेकिन (SMS Hospital Being Linked to IHMS) एसएमएस अस्पताल को अभी भी ऑनलाइन ऐप के माध्यम से संचालित किया जा रहा है. मामले को लेकर चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया का कहना है कि चिकित्सा विभाग के अन्य सभी अस्पताल और संबंधित विभाग इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम यानी आईएचएमएस (IHMS) से जुड़ चुके हैं.

सवाई मानसिंह अस्पताल हुआ ऑनलाइन

लेकिन अभी तक एसएमएस अस्पताल इस सिस्टम से नहीं जुड़ पाया और फिलहाल अस्पताल आरोग्य ऑनलाइन ऐप के माध्यम से ही संचालित किया जा रहा है. ऐसे में एसएमएस अस्पताल में आने वाले मरीजों के इलाज से जुड़ी जानकारी या डाटा अन्य संबंधित विभाग तक नहीं पहुंच पाता. जिसके बाद विभाग ने एसएमएस अस्पताल को भी आईएचएमएस से जोड़ने का निर्णय लिया है.

इस तरह करेगा काम: आईएचएमएस से जुड़ने के बाद एसएमएस अस्पताल में आने वाले मरीजों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगी. मामले को लेकर एसएमएस अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ प्रदीप शर्मा का कहना है कि प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पतालों को आईएचएमएस से जोड़ा जा चुका है लेकिन एसएमएस अभी तक आईएचएमएच से नहीं जुड़ पाया है. इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ने के बाद सबसे अधिक फायदा मरीजों को होगा. क्योंकि यदि कोई मरीज अपना इलाज प्रदेश के किसी भी इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े सरकारी अस्पताल में करवाता है तो ओपीडी की पर्ची आईपीडी में दी जाने वाली दवाइयों और इलाज से जुड़ा पूरा डाटा इस सिस्टम पर अपलोड हो जाता है.

पढे़ं. SMS Hospital Child kidnapping Case: 3 दिन बाद जयपुर से दस्तयाब किया गया मासूम, तीन गिरफ्तार

ऐसे में यदि फिर मरीज को उस अस्पताल से एसएमएस अस्पताल में इलाज के लिए आता है या फिर रेफर किया जाता है तो मरीज के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी डालने पर चिकित्सकों को मरीजों की पहले की गई जांच का पता चल सकेगा. इसके अलावा यदि मरीज एसएमएस अस्पताल में अपना इलाज करवाने के बाद अन्य किसी सरकारी सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पताल में जाएगा तो एसएमएस में किस तरह का इलाज दिया गया है इसकी भी जानकारी आसानी से मिल सकेगी.

चिकित्सक भी होंगे हाईटेक: सवाई मानसिंह अस्पताल में हर दिन हजारों की संख्या में मरीज अपना इलाज करवाने पहुंचते हैं. जब इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम से अस्पताल को जोड़ दिया जाएगा तो चिकित्सकों को भी गैजेट्स के साथ लैस किया जाएगा और चिकित्सकों को लैपटॉप दिए जाएंगे. जिसके बाद ओपीडी में रजिस्ट्रेशन के बाद मरीज किसी भी जानकारी चिकित्सक तक पहुंच जाएगी. ऐसे में चिकित्सक मरीज को दिए जाने वाले इलाज की जानकारी इस मैनेजमेंट सिस्टम पर अपलोड कर सकेंगे.

Last Updated : Sep 3, 2022, 12:05 PM IST
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