जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सालय एसएमएस अस्पताल में मंगलवार रात दूसरा हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया. एसएमएस हॉस्पिटल के कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. अनिल शर्मा और उनकी टीम ने दूसरे हार्ट ट्रांसप्लांट को मंगलवार रात से लेकर बुधवार तड़के तक अंजाम दिया.
श्रीगंगानगर के सादुलशहर निवासी 18 वर्षीय युवक के ब्रेन-डेड होने पर चिकित्सकों की टीम ने उनके परिजनों को अंग प्रत्यारोपण के लिए तैयार किया. ऐसे में उनके परिजनों के तैयार होने पर अस्पताल में पहले से ही भर्ती रिसीपेंट को करीब 11 घंटे चले सफल ऑपरेशन में ह्रदय प्रत्यारोपण किया गया.
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इसके अलावा ब्रेन-डैड युवक की दोनों किडनी का भी सवाई मानसिंह अस्पताल में ही पहले से भर्ती दो मरीजों को प्रत्यारोपण किया गया. इस प्रकार सार्दुलशहर के इस युवक द्वारा दान किए गए अंगों से 3 लोगों को नई जिंदगी मिली है. बता दें कि एसएमएस अस्पताल में दो माह के अंदर दो हार्ट ट्रांसप्लांट किए गए है. वहीं पहले हार्ट ट्रांसप्लांट मरीज को दो दिन पहले ही छुट्टी दी गई थी.
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इससे पहले 16 जनवरी को प्रदेश के सरकारी अस्पताल एसएमएस में पहला हार्ट ट्रांसप्लांट करके कीर्तिमान रचा था. एसएमएस के हार्ट ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट डॉ. अनिल शर्मा सहित नौ डॉक्टर्स और 17 जनों की टीम ने करीब 5 घंटे में यह सफलता हासिल की थी. सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि हार्ट ट्रांसप्लांट में किसी भी बाहरी डॉक्टर की मदद नहीं ली गई थी.