जयपुर. राजस्थान रोडवेज जयपुर सहित प्रदेश वासियों की लाइफ लाइन कही जाती है. लेकिन इस समय राजस्थान रोडवेज लगातार घाटे में भी जा रही है. वहीं, राज्य सरकार की ओर से 3 मई तक जन अनुशासन पकवाड़ा चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है और आमजन से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील भी की जा रही है.
ऐसे में राजस्थान रोडवेज की बात की जाए तो रोडवेज के सिंधी कैंप बस स्टैंड के राजस्व में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. बता दें कि जहां सिंधी कैंप बस स्टैंड से रोजाना जन अनुशासन पखवाड़े से पहले 900 बसों का संचालन हो रहा था. अब सिंधी कैंप बस स्टैंड से बसों के संचालन में एक बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. जहां सिंधी कैंप बस स्टैंड से इस समय महज 500 बसे ही संचालित हो रही है और इसके साथ ही राजस्थान रोडवेज की आय में भी गिरावट दर्ज की जा रही है.
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इसके साथ ही बस स्टैंड पर जन अनुशासन पखवाड़े से पहले रोजाना 25 लाख रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त होता था, लेकिन अनुशासन पखवाड़े के अंतर्गत आमजन घरों से बाहर नहीं निकलते और राजस्थान रोडवेज में क्षमता से 50 फीसदी यात्री बैठाकर ही यात्रा करने के निर्देश जारी किए गए हैं. उससे भी रोडवेज की आय में गिरावट हो रही है. जहां सिंधी कैम्प बस स्टैंड की आय भी घटकर 13 से 14 लाख रुपए भी रह गई है.
राजस्थान रोडवेज से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रोडवेज के कर्मचारी इस समय एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. जहां मजदूर वर्ग के लोगों के पलायन के लिए भी रोडवेज के कर्मचारी बसों का संचालन कर रहे हैं. लेकिन राज्य सरकार की ओर से रोडवेज के कर्मचारियों को फ्रंट लाइन वर्कर्स में भी नहीं रखा जा रहा है. रोडवेज के एक अधिकारी ने बताया कि सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्री के नहीं आने से इनकी बिक्री में भी गिरावट दर्ज की जा रही है. इसकी वजह से यह लोग भी किराया नहीं दे पा रहे हैं. जिससे रोडवेज की आय में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है.