जयपुर. केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने मंगलवार को भारत बंद किया है. इस दौरान जयपुर में भी अलग-अलग संगठनों ने किसानों के लिए बंद का समर्थन किया और अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं. किसानों को अपना समर्थन देने के लिए सिख समाज ने भी कर्बला मोड़ पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया है. राजधानी जयपुर में कर्बला मोड़ पर गुरुद्वारे के सामने स्थित समाज की ओर से किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया गया. वहीं मुस्लिम संगठनों ने भी सिख समाज और किसानों को अपना समर्थन दिया और उनके पक्ष में प्रदर्शन भी किया है.
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग शामिल हुए और केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे भी लगाए. लोगों ने मांग की कि नए कृषि कानूनों को सरकार को तुरंत वापस लेना चाहिए. वहीं किसी तरह से माहौल खराब नहीं हो, इसके लिए पुलिस जाब्ता भी तैनात किया गया. ब्रह्मपुरी थाने से पुलिस के जवान बुलाए गए थे. वहीं कर्बला युवा शांति एवं सुधार समिति के अध्यक्ष सलीम अहमद के नेतृत्व में लोगों के बीच पानी की बोतलें भी बांटवाई गईं.
सिख समाज के सदस्य त्रिवेंद्र सिंह ने बताया कि आज किसान एकजुट हो चुका हैं. यदि किसान के पेट पर ही लात मार दी जाएगी, तो देश भूखा मर जाएगा. किसानों के हक के लिए सबसे पहले पंजाब और उसके बाद अब हरियाणा से आवाज उठी है. अब राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में भी किसान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि कभी मुसलमानों को आतंकवादी बताया जाता है, तो कभी सिखों को आतंकवादी बताया जाता है.
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उन्होंने कहा कि असली आतंकवादी तो अंबानी और अडानी है. केंद्र सरकार में बैठे नेता है. उन्होंने कहा कि यह किसी जाति विशेष का प्रदर्शन नहीं है. यह केवल अपने हक के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है. अख्तर हुसैन ने कहा कि कृषि कानूनों के मामले में केंद्र सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है. इसलिए हम किसानों का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल तो हम प्रदर्शन कर रहे हैं, यदि कभी गोली खाने की भी नौबत भी आई तो भी हम पीछे नहीं हटेंगे.