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श्वेता-श्रीयम हत्याकांड खुलासे के बाद बोले एसीपी पुष्पेंद्र सिंह, कहा- मासूम की तस्वीर निगाहों के सामने से नहीं हट रही - Jaipur Police News

प्रताप नगर दोहरे हत्याकांड को लेकर एसीपी पुष्पेंद्र सिंह से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने इस प्रकरण से जुड़े हुए अनेक पहलुओं के बारे में जानकारी दी. एसीपी ने भावुक होकर कहा कि मासूम का चेहरा मेरी निगाहों से दूर नहीं जा रहा है और मुझे लगता है की हत्यारे को गिरफ्तार करने के बाद अब उस मासूम को न्याय जरूर मिलेगा.

श्वेता और श्रीयम हत्याकांड का खुलासा,  Shweta and Shriyam murder case revealed
श्वेता और श्रीयम हत्याकांड
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Published : Jan 10, 2020, 10:42 PM IST

जयपुर. राजधानी के प्रताप नगर थाना इलाके में घटित हुए दोहरे हत्याकांड की वारदात को सुलझाने में जुटी टीम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह यह कहते हुए भावुक हो गए कि उस मासूम का चेहरा मेरी निगाहों से दूर नहीं जा रहा है और मुझे लगता है की हत्यारे को गिरफ्तार करने के बाद अब उस मासूम को न्याय जरूर मिलेगा.

दोहरे हत्याकांड को लेकर एसीपी पुष्पेंद्र सिंह से ईटीवी भारत की खास बातचीत

एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह हत्या की इस वारदात के अगले दिन बुधवार को प्रताप नगर स्थित घटनास्थल पर पहुंचे और बेसिक पुलिसिंग के जरिए हत्यारे तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्रताप नगर दोहरे हत्याकांड को लेकर एसीपी से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने इस प्रकरण से जुड़े हुए अनेक पहलुओं के बारे में जानकारी दी.

पढ़ें- जयपुर: मां के बाद बेटे की भी हत्या, अपार्टमेंट के पीछे झाड़ियों में मिला शव

पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि वारदात के अगले दिन वह घटनास्थल पर पहुंचे और टीम के साथ मासूम को तलाशने में जुट गए. उन्होंने बताया कि किसी भी बड़ी वारदात को सुलझाने में बेसिक पुलिसिंग काफी कारगर सिद्ध होती है और इस वारदात को सुलझाने में भी बेसिक पुलिसिंग ने अहम रोल निभाया.

पढ़ें- जयपुर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी श्वेता और श्रीयम की मर्डर मिस्ट्री

पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि इस प्रकरण से जुड़ी हुई हर एक चीज की गहनता से जांच की गई और कड़ी से कड़ी जुड़ती गई. जिसके कारण पुलिस हत्यारे तक पहुंच पाई और इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा किया. पुष्पेंद्र सिंह यह कहते हुए भावुक हो गए कि मासूम का चेहरा मेरी निगाहों से दूर ही नहीं हो रहा है और पता नहीं मैंने इस प्रकरण में क्या काम किया या क्या नहीं किया, लेकिन यह बात पूरी उम्मीद के साथ कहता हूं कि इस प्रकरण में मासूम को न्याय जरूर मिलेगा.

हत्यारे की पहचान में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

दोहरे हत्याकांड के बाद जयपुर पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी हत्यारे का सुराग हाथ लगाना. बता दें कि 200 से भी अधिक पुलिसकर्मी हत्यारे का सुराग लगाने में 3 दिन से दिन-रात जुटे हुए थे. जिस फ्लैट में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया उसके पास ही स्थित एक फ्लैट पिछले 1 साल से बंद था. उन्होंने बताया कि उस फ्लैट के बाहर एक सीसीटीवी लगा हुआ था, लेकिन फ्लैट 1 साल से बंद था तो सीसीटीवी के बंद होने की पूरी संभावना थी.

पढ़ें- जयपुर: 21 माह के श्रीयम की मौत छोड़ गई कई सवाल, शक की सुई अब रोहित पर

इसके बावजूद भी एसीपी पुष्पेंद्र सिंह कांच तोड़कर उस फ्लैट के अंदर घुसे और देखा कि उस सीसीटीवी का डीवीआर ऑन है. वारदात वाले दिन की फुटेज को खंगाला गया तो उसमें हत्यारा सौरभ उर्फ राजकुमार चौधरी फ्लैट में आते हुए और फिर हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद मासूम को उठाकर फ्लैट से भागते हुए दिखाई दिया. हत्यारे का चेहरा साफ होने के बाद प्रकरण की जांच में जुटी पुलिस टीम ने टेक्निकल टीम की सहायता से जल्द ही हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

जयपुर. राजधानी के प्रताप नगर थाना इलाके में घटित हुए दोहरे हत्याकांड की वारदात को सुलझाने में जुटी टीम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह यह कहते हुए भावुक हो गए कि उस मासूम का चेहरा मेरी निगाहों से दूर नहीं जा रहा है और मुझे लगता है की हत्यारे को गिरफ्तार करने के बाद अब उस मासूम को न्याय जरूर मिलेगा.

दोहरे हत्याकांड को लेकर एसीपी पुष्पेंद्र सिंह से ईटीवी भारत की खास बातचीत

एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह हत्या की इस वारदात के अगले दिन बुधवार को प्रताप नगर स्थित घटनास्थल पर पहुंचे और बेसिक पुलिसिंग के जरिए हत्यारे तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्रताप नगर दोहरे हत्याकांड को लेकर एसीपी से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने इस प्रकरण से जुड़े हुए अनेक पहलुओं के बारे में जानकारी दी.

पढ़ें- जयपुर: मां के बाद बेटे की भी हत्या, अपार्टमेंट के पीछे झाड़ियों में मिला शव

पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि वारदात के अगले दिन वह घटनास्थल पर पहुंचे और टीम के साथ मासूम को तलाशने में जुट गए. उन्होंने बताया कि किसी भी बड़ी वारदात को सुलझाने में बेसिक पुलिसिंग काफी कारगर सिद्ध होती है और इस वारदात को सुलझाने में भी बेसिक पुलिसिंग ने अहम रोल निभाया.

पढ़ें- जयपुर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी श्वेता और श्रीयम की मर्डर मिस्ट्री

पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि इस प्रकरण से जुड़ी हुई हर एक चीज की गहनता से जांच की गई और कड़ी से कड़ी जुड़ती गई. जिसके कारण पुलिस हत्यारे तक पहुंच पाई और इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा किया. पुष्पेंद्र सिंह यह कहते हुए भावुक हो गए कि मासूम का चेहरा मेरी निगाहों से दूर ही नहीं हो रहा है और पता नहीं मैंने इस प्रकरण में क्या काम किया या क्या नहीं किया, लेकिन यह बात पूरी उम्मीद के साथ कहता हूं कि इस प्रकरण में मासूम को न्याय जरूर मिलेगा.

हत्यारे की पहचान में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

दोहरे हत्याकांड के बाद जयपुर पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी हत्यारे का सुराग हाथ लगाना. बता दें कि 200 से भी अधिक पुलिसकर्मी हत्यारे का सुराग लगाने में 3 दिन से दिन-रात जुटे हुए थे. जिस फ्लैट में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया उसके पास ही स्थित एक फ्लैट पिछले 1 साल से बंद था. उन्होंने बताया कि उस फ्लैट के बाहर एक सीसीटीवी लगा हुआ था, लेकिन फ्लैट 1 साल से बंद था तो सीसीटीवी के बंद होने की पूरी संभावना थी.

पढ़ें- जयपुर: 21 माह के श्रीयम की मौत छोड़ गई कई सवाल, शक की सुई अब रोहित पर

इसके बावजूद भी एसीपी पुष्पेंद्र सिंह कांच तोड़कर उस फ्लैट के अंदर घुसे और देखा कि उस सीसीटीवी का डीवीआर ऑन है. वारदात वाले दिन की फुटेज को खंगाला गया तो उसमें हत्यारा सौरभ उर्फ राजकुमार चौधरी फ्लैट में आते हुए और फिर हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद मासूम को उठाकर फ्लैट से भागते हुए दिखाई दिया. हत्यारे का चेहरा साफ होने के बाद प्रकरण की जांच में जुटी पुलिस टीम ने टेक्निकल टीम की सहायता से जल्द ही हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

Intro:जयपुर
एंकर- प्रताप नगर थाना इलाके में घटित हुए दोहरे हत्याकांड की वारदात को सुलझाने में जुटी टीम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह यह कहते हुए भावुक हो गए कि उस मासूम का चेहरा मेरी निगाहों से दूर नहीं जा रहा है और मुझे लगता है की हत्यारे को गिरफ्तार करने के बाद अब उस मासूम को न्याय जरूर मिलेगा। एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह हत्या की इस वारदात के अगले दिन यानी की बुधवार को प्रताप नगर स्थित घटनास्थल पर पहुंचे और बेसिक पुलिसिंग के जरिए हत्यारे तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


Body:वीओ- प्रताप नगर दोहरे हत्याकांड को लेकर एसीपी आदर्श नगर पुष्पेंद्र सिंह से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की इस दौरान उन्होंने इस प्रकरण से जुड़े हुए अनेक पहलुओं के बारे में जानकारी दी। पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि वारदात के अगले दिन वह घटनास्थल पर पहुंचे और टीम के साथ मासूम को तलाशने में जुट गए। पुष्पेंद्र सिंह ने बताया की किसी भी बड़ी वारदात को सुलझाने में बेसिक पुलिसिंग काफी कारगर सिद्ध होती है और इस वारदात को सुलझाने में भी बेसिक पुलिसिंग ने अहम रोल निभाया। इस प्रकरण से जुड़ी हुई हर एक चीज की गहनता से जांच की गई और कड़ी से कड़ी जुड़ती गई। जिसके चलते पुलिस हत्यारे तक पहुंच पाई और इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा किया। पुष्पेंद्र सिंह यह कहते हुए भावुक हो गए कि मासूम का चेहरा मेरी निगाहों से दूर ही नहीं हो रहा है और पता नहीं मैंने इस प्रकरण में क्या काम किया या क्या नहीं किया लेकिन यह बात पूरी उम्मीद के साथ कहता हूं कि इस प्रकरण में मासूम को न्याय जरूर मिलेगा।

हत्यारे की पहचान में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

दोहरे हत्याकांड के बाद जयपुर पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी हत्यारे का सुराग हाथ लगाना। 200 से भी अधिक पुलिसकर्मी हत्यारे का सुराग लगाने में 3 दिन से दिन-रात जुटे हुए थे। जिस फ्लाइट में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया उसके पास ही स्थित एक फ्लैट पिछले 1 साल से बंद था। उस फ्लैट के बाहर एक सीसीटीवी लगा हुआ था लेकिन फ्लैट 1 साल से बंद था तो सीसीटीवी के बंद होने की पूरी संभावना थी। इसके बावजूद भी एसीपी पुष्पेंद्र सिंह कांच तोड़कर उस फ्लैट के अंदर घुसे और यह देखा कि उस सीसीटीवी का डीवीआर ऑन है। वारदात वाले दिन की फुटेज को खंगाला गया तो उसमें हत्यारा सौरभ उर्फ राजकुमार चौधरी फ्लैट में आते हुए और फिर हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद मासूम को उठाकर फ्लैट से भागते हुए दिखाई दिया। हत्यारे का चेहरा साफ होने के बाद प्रकरण की जांच में जुटी पुलिस टीम में एक नए ही जोश का संचार हो गया और फिर टेक्निकल टीम की सहायता से जल्द ही हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

नोट- एसीपी पुष्पेंद्र सिंह के साथ किया गया वन-टू-वन लगाएं...


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