जयपुर. राजधानी जयपुर की रहने वाली 61 साल की सारदा देवी जैन का घर पर गिर जाने से उठना बैठना, चलना फिरना अंसभव सा हो गया था. वहीं डॉक्टर्स ने भी उन्हें चारपाई पर आराम करने को कह दिया, लेकिन त्रिवेणी नगर स्थित श्री महावीर सेवा प्राण संस्था ने 15 दिनों में सारदा देवी का निशुल्क इलाज कर उनको दोबारा चलना फिरना सीखा दिया.
नस को पकड़कर करते इलाज
इस संस्था में विनोद जैन लोहिया नाम के व्यक्ति जो इलाज करते है वो कोई डॉक्टर नहीं है बल्कि एक व्यवसायी है, जो मरीजों की नस को पकड़कर उनका निशुल्क इलाज करते है. इसी तरह 61 साल की बुजुर्ग महिला सारदा देवी को भी उनके परिवार वाले संस्था के पास इलाज करवाने लाए, जहां पर उनका 15 दिन इलाज चला और सारदा देवी आज चल सकती है, बैठ सकती है और आराम से सीढ़ियां भी चढ़ सकती है. सारदा देवी जैन के पति बताते है कि डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए थे और चार पाई पर लेटा दिया. जिससे सारदा का शरीर कंपन करने लग गया. कंपन होने से वे ना उठ सकती थी ना बैठ, लेकिन इस संस्था नेनिशुल्क इलाज कर दोबारा उनको चलना सीखा दिया है.
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निशुल्क करते इलाज
14 वर्ष के मोहम्मद अंसारी के गुटनों में आवाज आती थी और चलते -चलते गुटने जाम हो जाते थे. मोहम्मद को ये समस्या पिछले सालभर से हो रही थी ,वहीं बीते 20 दिनों से चलते -चलते गुटने जाम होने लग जाते थे. डॉक्टर्स ने मोहम्मद को प्लास्टर बांधने को कहा, लेकिन मोहम्मद के परिवार वालों ने किसी करणवर्ष प्लास्टर नहीं बंधवाया .वहीं मोहम्मद के परिवार वाले इनको संस्था में लेकर आया, जहां पर उनके गुटनों की मालिश की गई और नसों को पकड़कर सही किया गया. संस्था के इस निशुल्क इलाज से मोहम्मद आज चल फिर सकता है. संस्था ने मोहम्मद को कोई दवा नहीं दी बस अच्छा आहार लेने की सलाह दी. मोहम्मद यहां का इलाज लेकर बेहद खुश है.संस्था के विनोद जैन लोहिया ने बताया कि ये दोनों ही मामले बेहद जटिल थे,लेकिन आज दोनों स्वस्थ्य है. विनोद जैन ने बताया कि यहां पर किसी बीमारी का नामकरण नहीं होता निराकरण होता है.