जयपुर. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश में लॉक डाउन घोषित किया हुआ है और इस लॉक डाउन में जनता को भी खाद्य सामग्री को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किराना दुकानदार सामान के ज्यादा पैसे ले रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने किराना दुकानदारों को सामान की रेट लिस्ट दुकान के बाहर चस्पा करने के निर्देश भी दिए हैं, लेकिन दुकानदारों ने अभी तक लिस्ट चस्पा नहीं की.
जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में स्थित कंट्रोल रूम में अधिकतर शिकायतें कालाबाजारी और सामान का अधिक मूल्य लेने की आयी थी. जिला प्रशासन और रसद विभाग ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया. जिला कलेक्टर ने कहा था कि खाद्य सामान का ज्यादा पैसा लेना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो दुकानदार ज्यादा पैसे लेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसे देखते हुए जिला कलेक्टर डॉ जोगाराम ने दुकानदारों को रेट लिस्ट दुकान के बाहर चस्पा करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक अधिकतर दुकानदारों ने दुकान के बाहर सामान की रेट लिस्ट चस्पा नहीं की है इसके कारण जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और दुकानदार भी अधिक पैसे लेने से नहीं चूक रहे.
जिला कलेक्टर जोगाराम ने कहा है कि यदि दुकानदारों ने दुकानों के बाहर सामान की रेट लिस्ट चस्पा नहीं की तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और इसके लिए जिला रसद विभाग की टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में लगाया गया है.
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दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने सब्जियों की एक रेट लिस्ट तैयार की है. इन्हीं रेट पर जयपुर वासियों को घर-घर ताजा सब्जी की आपूर्ति कराई जाएगी. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से 7 सप्लाई वैन और तीन दो पहिया वाहनों की सहायता से उचित मूल्य पर उपभोक्ता को आवश्यकता अनुसार सब्जी और फल उपलब्ध कराया जाएगा.
आलू 30 से 35 रुपये किलो, प्याज 35 रुपये किलो, प्याज नासिक 20 से 25 रुपये किलो, टमाटर 30 रुपये किलो, लौकी 30 रुपये किलो, मिर्च 40 रुपये किलो, खीरा 33 रुपये किलो, नींबू 60 रुपये किलो, पत्ता गोभी 20 रुपये किलो, केला 30 रुपये किलो और संतरा 75 रुपए किलो उपभोक्ता को उपलब्ध कराया जाएगा.