जयपुर. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सचिव रहे शिवकुमार पारीक का आज निधन (Shivkumar Pareek died) हो गया. पारीक का लंबे उपचार के दौरान दिल्ली में निधन हुआ. उनका अंतिम संस्कार रविवार को जयपुर के चांदपोल मोक्षधाम में होगा.
दरअसल शिवकुमार पारीक पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के साथ लंबे समय तक रहे. वह वाजपेयी के बहुत करीबी और दत्तक पुत्र माने जाते थे. अटल बिहारी के अंतिम समय तक सेवा करने वाले पारीक जनसंघ के जमाने से ही उनके साथ थे. अटल बिहारी के पक्ष-विपक्ष कार्यकाल के साक्षी रहे शिवकुमार पारीक अपनी रौबदार मूंछों के कारण भी पहचाने जाते थे. शिवकुमार केवल अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सहायक के तौर पर ही नहीं, बल्कि उनके हर राजनीतिक उतार-चढ़ाव के भी साक्षी रहे हैं.
पढ़ें. अलविदा शेन वार्न: जयपुर से था खास लगाव...वेलकम होम से होता था स्वागत
वाजपेयी अनुपस्थिति में कई साल तक शिवकुमार ने लखनऊ संसदीय क्षेत्र को संभाला था. जब से भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने अस्वस्थता के कारण राजनीतिक और सामाजिक जीवन में सक्रियता कम कर दी. तब से शिवकुमार ही उनकी दिनचर्या को संभालते रहे थे. अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन में पारिक क्या थे, इसे एक घटना से समझा जा सकता है.
पिछले लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह लखनऊ से उम्मीदवार थे. वैसे तो राजनाथ खुद उस वक़्त भाजपा अध्यक्ष थे, मगर लखनऊ अटल बिहारी वाजपेयी की परम्परागत सीट थी. राजनाथ को अच्छी तरह पता था कि जीतना है तो मतदाताओं को यह सन्देश देना ही पड़ेगा कि वाजपेयी का आशीर्वाद उनके साथ है. बीमारी के चलते अटल बिहारी नहीं जा सकते थे तो शिव कुमार पारीक को राजनाथ के साथ लखनऊ भेजा गया. पारीक को साथ लेकर राजनाथ सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस की और उनकी मौजूदगी अटल बिहारी वाजपेयी की इच्छा मानी गयी और चुनाव आसानी से निकल गया.