जयपुर: पंचमी तिथि की अधिष्ठात्री देवी स्कन्द माता (Skandmata) हैं. माना जाता है शुद्ध अंतःकरण से इस दिन मां को सर्वस्व समर्पित कर दिया जाए तो मनचाहा वरदान मिलता है. खासतौर पर संतान प्राप्ति के इच्छुकों को आज यानी नवरात्रि के पांचवें दिन (5th Day Of Navratri) माता की पूजा करनी चाहिए, ऐसा ज्योतिर्विद बताते हैं.
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ज्योतिर्विद श्रीराम गुर्जर (Sriram Gurjar) बताते हैं कि संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले या ऐसे जातक जिन्हें संतान प्राप्ति में अड़चन आ रही है. उन्हें खास तौर पर स्कंदमाता (Skandmata) का पूजन करना चाहिए. इनके बीजमंत्र (Beejmantra) का जाप कर या उनकी स्तुति कर स्कंदमाता (Skandmata) को प्रसन्न किया जा सकता है.
केले का भोग उत्तम
इसके साथ ही देवी के इस स्वरूप को केला प्रिय है. इसलिए उन्हें केले का भोग लगाकर भी प्रसन्न किया जा सकता है. पीले पुष्प अर्पित करने से भी स्कंदमाता प्रसन्न होती है और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
पान के पत्ते का यह उपाय मनचाहा देगा वरदान
पान का साबूत पत्ता लेकर उस पर कुमकुम से नवाह्न मंत्र लिख लें. यह मंत्र है ॐ एं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे (Om Aim Hreem Kleem Chamundaye Viche). पत्ते की चिकनी सतह पर यह मंत्र लिखकर पान के पत्ते को अपने दोनों हाथों में ले लें और जो मनोकामना है, वह पूरी करने की प्रार्थना देवी से करते हुए माता भगवती को पान का पत्ता अर्पित करें.
यह पत्ता पूरे नवरात्रि (Shardiya Navratri) तक आपको सुरक्षित रखना है और दशहरे के दिन इस पत्ते को जल में प्रवाहित कर दें या किसी पीपल के वृक्ष के पास दबा दें. यह उपाय करने से देवी भगवती आपकी मनोकामना जल्द से जल्द पूरी करेंगी.