जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल के लाइफ लाइन ड्रग स्टोर में आग लगने की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. इस भ्रष्टाचार की आग के पीछे दो बड़े डॉक्टरों के नाम सामने आए हैं. जिसमें राजस्थान मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. सुनीत राणावत और डॉ. प्रभात सराफ का नाम उजागर हुआ है.
इसके साथ ही पांच फार्मासिस्टों के भी नाम उजागर हुए हैं. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के निर्देश पर मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने नाम सार्वजनिक किए हैं. वहीं चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्तावित फाइल को मंजूरी दे दी है.
दरअसल डॉ. एसएस राणावत पर आरोप है कि उन्होंने लाइफ लाइन ड्रग स्टोर के इंचार्ज रहते हुए एसएमएस के पर्चेज ऑर्डर से सीधे मेडिकल कंपनियों से सस्ते दामों पर दवाइयां खरीदी और लाइफ लाइन ड्रग स्टोर में रखने के बजाय बाजार में बेच दी. जबकि ये दवाइयां मरीजों के हक की थी. इन दवाइयों की कीमत 15 करोड़ बताई जा रही है और 7 से 8 साल तक बाजार में बेचने का बड़ा आरोप उन पर लगा है.
आपको बता दें कि एसएमएस अस्पताल के लाइफ लाइन ड्रग स्टोर में 9 मई को आग लगी थी. जिसके कारण ड्रग स्टोर में रखी दवाइयां, स्टॉक और महत्वपूर्ण रजिस्टर जलकर राख हो गए. इस आग के पीछे करोड़ो रुपए के घपले की आशंका जताई जा रही थी. जिसके बाद चिकित्सा मंत्री ने जांच के आदेश दिए थे. जिसमें इन चिकित्सकों और फार्मासिस्टों के नाम उजागर हुए हैं.