जयपुर: राजस्थान विश्वविद्यालय में शिक्षकों और प्रशासन के बीच हुआ विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा. 14 अक्टूबर को शिक्षकों और रजिस्ट्रार के बीच हुई हाथापाई के बाद ये मामला और गरमा गया है. मामले में रजिस्ट्रार और शिक्षकों ने एक दूसरे के खिलाफ गांधीनगर थाने में एफ आई आर दर्ज कराई है. इस बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो प्रोफेसर्स को निलंबित कर दिया. जिनके निलंबन के आदेश वापस लेने की मांग को लेकर यूनिवर्सिटी के शिक्षक एक बार फिर कुलपति सचिवालय के बाहर क्रमिक धरने पर जा बैठे.
दरअसल, मामला सिंडीकेट बैठक में 2018 की भर्ती के शिक्षकों का प्रोबेशन पीरियड बढ़ाने का है. जिसमें 3 सदस्यों की कमेटी बनाकर जांच रिपोर्ट पेश करने की बात कही गई थी. इसके विरोध में यूनिवर्सिटी के शिक्षक एकजुट होकर आंदोलन की राह पर उतरे. इस संबंध में लगातार कुलपति और रजिस्ट्रार से बात हुई. इस बीच 14 अक्टूबर की शाम शिक्षकों और रजिस्ट्रार के बीच नियमितीकरण की मांग को लेकर विवाद हो गया, और ये मामला हाथापाई तक जा पहुंचा.
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इस संबंध में रूटा महासचिव संजय कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक तरफा कार्रवाई करते हुए दो प्रोफेसर को निलंबित किया गया है. ऐसे में जब तक ये आदेश वापस नहीं लिए जाते, तब तक क्रमिक धरना जारी रहेगा. इसके साथ ही रजिस्ट्रार हरफूल सिंह और निलंबित किए गए शिक्षक विनोद शर्मा और जयंत सिंह ने गांधीनगर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है. वहीं संस्कृत विश्वविद्यालय और जोधपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक भी राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षकों के समर्थन में उतरे.