जयपुर. कोरोना वायरस के कारण साल 2020-21 के लिए देवस्थान विभाग ने वरिष्ठ नागरिक निःशुल्क तीर्थ यात्रा के आवेदन नहीं निकाले है. ऐसे में साल 2020-21 में राज्य के वरिष्ठ नागरिक निःशुल्क तीर्थ यात्रा नहीं कर सकेंगे. कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा बुजुर्गों को अधिक होता है. इसलिए देवस्थान विभाग ने ये फैसला लिया है.
राज्य सरकार के देवस्थान विभाग ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन और बुजुर्गों के स्वास्थ्य के मद्देनजर यह निर्णय लिया है. यही वजह है कि वरिष्ठ तीर्थयात्रा के आवेदन नहीं निकाले और यात्रा रद्द कर दी. इस बीच लॉकडाउन के चलते वर्ष 2019-20 की यात्रा का भी चयनित बुजुर्गों को लाभ नहीं मिल सका. बता दें कि प्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार ने वर्ष 2016 में ये तीर्थ यात्रा शुरू की थी. इस वरिष्ठ नागरिक निशुल्क तीर्थ यात्रा योजना के तहत 5-5 हजार बुजुर्गों को रेल व हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा करवाई जा रही है.
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इस वरिष्ठ नागरिक नि:शुल्क तीर्थ यात्रा के तहत 60 साल व उससे अधिक आयु के चयनित बुजुर्ग लाभान्वित होते हैं. वहीं, वर्ष 2019-20 में फ्लाइट से विदेश तीर्थ यात्रा भी शुरू की गई, जिसमें नेपाल के काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ के दर्शन कराए गए. इस हवाई तीर्थ यात्रा में लॉटरी से चयनित 3028 वरिष्ठ नागरिकों ने दर्शन किए.
लेकिन फिर लॉकडाउन के कारण यात्रा रद्द करनी पड़ी. ऐसे में बाकी 750 बुजुर्ग पशुपतिनाथ के दर्शन से वंचित रह गए. ट्रेन से सभी चयनित यात्री 13 तीर्थ स्थलों की यात्रा कर चुके है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते आवेदन नहीं निकलने से 1 साल तक तीर्थ यात्रा नहीं हो सकेगी.