जयपुर. बैंकिंग सेक्टर में लगातार बढ़ रहे फ्रॉड के मामलों पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने नियम सख्त किए हैं. कई नियम बदले गए हैं और कई नियमों को नए सिरे से जोड़ा गया है. इसके साथ ही बैंक ऑडिट को लेकर भी नियमों में बदलाव किया गया है और इस संबंध में निर्देश भी जारी किए गए हैं.
इन्हीं बदलावों और ऑडिट के समय रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी देने के लिए आज जयपुर सीए संस्थान में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में नई दिल्ली से आए सीए अकेश व्यास और सीए लोकेश गुप्ता ने बैंक ऑडिट की बारीकियों से अवगत करवाया.
जयपुर सीए संस्थान के महासचिव अंकित माहेश्वरी का कहना है कि बैंक ऑडिट काफी संवेदनशील होती है. जब से बैंकिंग सेक्टर में बड़े पैमाने पर फ्रॉड हुए हैं और इस क्षेत्र में अनियमितताएं सामने आई है उसके बाद आरबीआई ने कुछ नियमों में रद्दोबदल किया है. बैंकों की ऑडिटेबले ब्रांचों की संख्या में भी कमी आई है. इससे बैंकों की जवाबदेही भी बढ़ रही है. इसलिए इस सेमिनार के माध्यम से उन तकनीकी बारीकियों से सीए को अवगत करवाया जाएगा. जो आरबीआई ने बदली हैं.
जयपुर सीए संस्थान के अध्यक्ष आकाश बड़गोती ने बताया कि आज की सेमिनार बैंक ऑडिट पर रखी गई है. आरबीआई ने दो महीने पहले बैंकों का फॉरमेट चेंज किया है. सीए बैंक की हर गतिविधि की रिपोर्ट तैयार करता है. इसलिए यह बदलाव उनके लिए काफी अहम हैं. आज के सेमिनार के माध्यम से उन बदलावों की जानकारी सीए को दी जा रही है. इसके साथ ही बैंक ऑडिट करते समय नए नियमों को ध्यान में रखकर बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी भी सीए को दी गई है.