जयपुर. राज्य सरकार विश्व प्रसिद्ध सांभर नमक झील को लेकर गंभीर है. साथ ही सरकार के स्तर पर झील के कैचमेंट एरिया में हो रहे अवैध अतिक्रमण को भी जल्द हटाया जाएगा. मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने गुरुवार को शासन सचिवालय में आयोजित सांभर झील से संबंधित द्वितीय स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में अध्यक्षता के दौरान कहा कि सांभर झील के अवैध खनन और अन्य अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सख्ती से कदम उठाए जाएं.
उन्होंने सांभर झील कैचमेंट में अवैध खनन और अवैध गतिविधियों को लेकर चिंता भी जताई. उन्होंने नागौर और अजमेर जिले कलेक्टर को अवैध विद्युत कनेक्शन तुरंत प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए. बैठक में मुख्य सचिव ने अजमेर और नागौर जिला कलेक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद स्थापित कर सांभर झील की वर्तमान स्थिति की समीक्षा भी की.
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मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने अवैध नमक खनन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पाइप लाइन सबमर्सिबल पंप को जब्त करने के लिए बिजली एवं पुलिस विभाग के संबंध में से कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने सांभर झील के क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण को लेकर चिंता जताते हुए झील का विस्तृत नक्शा तैयार करने के लिए कहा. मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने झील के एनुअल मैनेजमेंट प्लान पर भी विस्तार से चर्चा की.
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सांभर झील के संरक्षण और प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए नगरपालिका और ग्राम पंचायतों को भी जागरूक करना होगा. मुख्य सचिव ने झील के कैचमेंट एरिया में पहुंचने वाले में पानी के रास्ते में हो रहे अतिक्रमण और अन्य बाधाओं को दूर करने के लिए निर्देश दिए. बैठक में वन विभाग की प्रमुख सचिव श्रया गुहा, प्रमुख सचिव पर्यटन आलोक गुप्ता, उद्योग विभाग के आयुक्त अर्चना सिंह, पशुपालन विभाग के सचिव राजेश शर्मा, सचिव वन विभाग बी प्रवीण, स्वायत शासन विभाग के निदेशक दीपक नंदी, जयपुर जिला कलेक्टर अतर सिंह नेहरा, मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता रवि सोलंकी सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.