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प्रशासन शहरों के संग अभियान के दूसरे चरण का पहला पखवाड़ा, JDA और निगम प्रशासन के पास बड़ी जिम्मेदारी - Second phase of Prashashan Shehro Ke Sang

प्रशासन शहरों के संग अभियान का दूसरा चरण शुरू किया गया (Second phase of Prashashan Shehro Ke Sang) है. सरकार के तय लक्ष्य 10 लाख पट्टों तक पहुंचने के लिए जयपुर नगर गिनम और जयपुर विकास प्राधिकरण पर बड़ी जिम्मेदारी है. इस बार पट्टों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रक्रिया को सरल बनाया गया है. साथ ही पट्टों की दरों में 75 प्रतिशत तक की छूट भी दी गई है.

Second phase of Prashashan Shehro Ke Sang till March Next year
प्रशासन शहरों के संग अभियान के दूसरे चरण का पहला पखवाड़ा : जेडीए और निगम प्रशासन के पास बड़ी जिम्मेदारी
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Published : May 22, 2022, 9:23 PM IST

जयपुर. राज्य सरकार की ओर से तय किए गए 10 लाख पट्टे बांटने के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान का दूसरा चरण शुरू किया गया है. अभियान अब 31 मार्च, 2023 तक जारी (Second phase of Prashashan Shehro Ke Sang till March Next year) रहेगा. अभियान के दूसरे चरण के पहले पखवाड़े तक जयपुर विकास प्राधिकरण ने जहां जेडीए परिसर और योजनाओं में मौके पर शिविर लगाते हुए अब तक 37180 पट्टे जारी किए, तो वहीं ग्रेटर निगम ने 1366 और हेरिटेज निगम ने 3025 पट्टे जारी कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.

राज्य सरकार के निर्देश पर प्रशासन शहरों के संग अभियान के शिविर दोबारा शुरू हुए. खास बात ये है कि इस बार अभियान को और सरल बनाया गया है, ताकि आमजन को पट्टा लेने में आसानी हो सके. यही नहीं पट्टों की दरों में 75 प्रतिशत तक की छूट भी दी गई है, ताकि आमजन को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके. साथ ही इन शिविरों में लंबित प्रकरणों के निपटारा करने के भी निर्देश दिए गए हैं. ऐसे में अब प्रदेश में सबसे ज्यादा 1 लाख पट्टे बांटने का लक्ष्य लेकर चल रहे जयपुर विकास प्राधिकरण की तरफ निगाहें बनी हुई है. प्राधिकरण को अब तक लीज होल्ड के 18981 और फ्रीहोल्ड के 18566 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 99 फीसदी का निस्तारण किया जा चुका है. जेडीए ने अब तक 37180 पट्टे जारी किए हैं. इसके अलावा नेम ट्रांसफर, सबडिवीजन, बिल्डिंग प्लान अप्रूवल, ड्यू लीज और खांचा भूमि के प्रकरणों का निस्तारण करते हुए 214.29 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है.

पढ़ें: Jaipur: कल से खुलेंगे बंद पड़े 'प्रशासन शहरों के संग' अभियान के शिविर, 7 लाख पट्टे बांटने का लक्ष्य

उधर, शहर के दोनों निगम भी अब नए आवेदनों के साथ पुराने प्रकरणों को निस्तारित करने में भी जुटे हुए हैं. ताकि पट्टे जारी करने की संख्या को बढ़ाया जा सके. चूंकि दोनों ही निगम के सामने 20-20 हजार पट्टे बांटने का लक्ष्य है. हालांकि ग्रेटर नगर निगम ने पहले ही इस लक्ष्य को 5400 तक सीमित करने का मन बना रखा है. वहीं राज्य सरकार की ओर से नियमों में किए गए आंशिक बदलाव और दी गई शिथिलताओं के बावजूद दोनों ही निगम ने निरस्त की हुई फाइलों को दोबारा खंगालना उचित नहीं समझा.

निगमआवेदनपट्टे जारीनिरस्तपेंडिंग
हेरिटेज नगर निगम6758 30252345
ग्रेटर नगर निगम5574136626331540

पढ़ें: प्रशासन शहरों के संग अभियान : अभियान अवधि में आवासन मंडल भी देगा बकाया लीज राशि जमा कराने पर छूट...

आपको बता दें कि निगम और प्राधिकरण क्षेत्र में अभियान अवधि में कृषि भूमि की प्रीमियम दरों में छूट दी गई है. 500 वर्ग मीटर तक आवासीय भूखंड पर 100 रुपए प्रति वर्ग मीटर जबकि 500 वर्ग मीटर से ज्यादा के आवासीय भूखंड पर 200 रुपए प्रति वर्ग मीटर की दर निर्धारित की है. इसी तरह 300 वर्ग मीटर तक के व्यवसायिक भूखंड की 200 रुपए प्रति वर्ग मीटर और 300 वर्ग मीटर से ज्यादा की दर 400 रुपए प्रति वर्ग मीटर तय की गई है.

जयपुर. राज्य सरकार की ओर से तय किए गए 10 लाख पट्टे बांटने के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान का दूसरा चरण शुरू किया गया है. अभियान अब 31 मार्च, 2023 तक जारी (Second phase of Prashashan Shehro Ke Sang till March Next year) रहेगा. अभियान के दूसरे चरण के पहले पखवाड़े तक जयपुर विकास प्राधिकरण ने जहां जेडीए परिसर और योजनाओं में मौके पर शिविर लगाते हुए अब तक 37180 पट्टे जारी किए, तो वहीं ग्रेटर निगम ने 1366 और हेरिटेज निगम ने 3025 पट्टे जारी कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.

राज्य सरकार के निर्देश पर प्रशासन शहरों के संग अभियान के शिविर दोबारा शुरू हुए. खास बात ये है कि इस बार अभियान को और सरल बनाया गया है, ताकि आमजन को पट्टा लेने में आसानी हो सके. यही नहीं पट्टों की दरों में 75 प्रतिशत तक की छूट भी दी गई है, ताकि आमजन को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके. साथ ही इन शिविरों में लंबित प्रकरणों के निपटारा करने के भी निर्देश दिए गए हैं. ऐसे में अब प्रदेश में सबसे ज्यादा 1 लाख पट्टे बांटने का लक्ष्य लेकर चल रहे जयपुर विकास प्राधिकरण की तरफ निगाहें बनी हुई है. प्राधिकरण को अब तक लीज होल्ड के 18981 और फ्रीहोल्ड के 18566 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें से 99 फीसदी का निस्तारण किया जा चुका है. जेडीए ने अब तक 37180 पट्टे जारी किए हैं. इसके अलावा नेम ट्रांसफर, सबडिवीजन, बिल्डिंग प्लान अप्रूवल, ड्यू लीज और खांचा भूमि के प्रकरणों का निस्तारण करते हुए 214.29 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है.

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उधर, शहर के दोनों निगम भी अब नए आवेदनों के साथ पुराने प्रकरणों को निस्तारित करने में भी जुटे हुए हैं. ताकि पट्टे जारी करने की संख्या को बढ़ाया जा सके. चूंकि दोनों ही निगम के सामने 20-20 हजार पट्टे बांटने का लक्ष्य है. हालांकि ग्रेटर नगर निगम ने पहले ही इस लक्ष्य को 5400 तक सीमित करने का मन बना रखा है. वहीं राज्य सरकार की ओर से नियमों में किए गए आंशिक बदलाव और दी गई शिथिलताओं के बावजूद दोनों ही निगम ने निरस्त की हुई फाइलों को दोबारा खंगालना उचित नहीं समझा.

निगमआवेदनपट्टे जारीनिरस्तपेंडिंग
हेरिटेज नगर निगम6758 30252345
ग्रेटर नगर निगम5574136626331540

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आपको बता दें कि निगम और प्राधिकरण क्षेत्र में अभियान अवधि में कृषि भूमि की प्रीमियम दरों में छूट दी गई है. 500 वर्ग मीटर तक आवासीय भूखंड पर 100 रुपए प्रति वर्ग मीटर जबकि 500 वर्ग मीटर से ज्यादा के आवासीय भूखंड पर 200 रुपए प्रति वर्ग मीटर की दर निर्धारित की है. इसी तरह 300 वर्ग मीटर तक के व्यवसायिक भूखंड की 200 रुपए प्रति वर्ग मीटर और 300 वर्ग मीटर से ज्यादा की दर 400 रुपए प्रति वर्ग मीटर तय की गई है.

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