जयपुर. स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2018 में कम किए गए 689 पदों को वापस जोड़ने की मांग को लेकर बेरोजगारों ने इन दिनों सोशल मीडिया पर अनूठे तरीके से मुहिम छेड़ रखी है. ट्विटर पर ट्रेंड करवाने के साथ ही बेरोजगार कार्टून और व्यंग्य चित्र सोशल मीडिया पर शेयर कर राजस्थान सरकार को अपना वादा याद दिला रहे हैं.
दरअसल, स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में कम किए गए 689 पद वापस जोड़ने की मांग को लेकर बेरोजगारों ने जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दिया था. तब शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के आश्वासन पर धरना खत्म किया गया. इसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं होने पर बेरोजगारों ने प्रदेश में तीन सीट पर हुए उपचुनाव में राजस्थान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला तो उन्हें उनकी मांगों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया गया, लेकिन अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई है.
फिलहाल, कोरोना संकट के चलते धरना-प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है. ऐसे में राजस्थान सरकार को वादा याद दिलाने के लिए बेरोजगार सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर बेरोजगार तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रिय नजर आ रहे हैं.
बता दें कि स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में जून 2019 में ईडब्ल्यूएस और एमबीसी वर्ग का नया आरक्षण लागू कर दिया गया था. लेकिन इन वर्गों के लिए अलग से पद सृजित करने के बजाए जनरल और ओबीसी के पदों में ही कटौती कर दी गई. जिसके चलते सामान्य और ओबीसी वर्ग के 689 अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया से बाहर हो गए.
शिक्षा मंत्री ने की थी पद बढ़ाने की घोषणा
बेरोजगार अभ्यर्थी अपनी इस मांग को लेकर पिछले साल दिसंबर में करीब 22 दिन तक धरना दे चुके हैं. इसके बाद सुजानगढ़ सीट पर उपचुनाव के दौरान कातर गांव में हुई जनसभा में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने स्कूल व्याख्याता भर्ती 2018 में कम किए 689 पद बढ़ाने की घोषणा की थी. लेकिन अभी तक आधिकारिक आदेश जारी नहीं किए गए हैं.