जयपुर. सावन के महीने में भगवान शिव के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना का दौर जारी है. छोटी काशी जयपुर भगवान भोलेनाथ के जयकारों से गुंजायमान है. जयपुर में कई प्राचीन मंदिर मौजूद हैं, जहां पर दूर-दराज से भक्त पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं. जयपुर के चांदपोल बाजार स्थित प्राचीन (Gopaleshwar Mahadev Mandir Jaipur) श्री गुलाबेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास करीब 350 वर्ष से भी पुराना है.
बताया जाता है कि भगवान भोलेनाथ के परम उपासक बाबा बोलता राम को महादेव ने साक्षात दर्शन दिए थे. मंदिर की स्थापना जयपुर राजपरिवार की माजी साहब गुलाब कंवर धीरावत ने करवाई थी. उन्हीं के नाम पर मंदिर का नाम गुलाबेश्वर महादेव रखा गया था. गुलाबेश्वर महादेव मंदिर में सावन के महीने में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रंगार किया जाता है. गुलाबेश्वर महादेव मंदिर चांदपोल बाजार में श्री रामचंद्र मंदिर के चौक में स्थित है.
गुलाबेश्वर महादेव मंदिर का गर्भ गृह गुलाबी मार्बल से बना हुआ है. मंदिर में संपूर्ण शिव परिवार और भैरवनाथ विराजमान हैं. शिवलिंग, गौर-पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिकेय, नंदिया जी और भैरव जी विराजमान हैं. शिव जलेरी पर नाग जोड़ा महादेव भोलेनाथ की सेवा के लिए (Miracle of Gopaleshwar Mahadev Mandir) स्थापित किया हुआ है. कई वर्षों से मंदिर की सेवा और पूजा-अर्चना महंत नरेंद्र तिवारी और उनका परिवार कर रहा है.
मंदिर महंत नरेंद्र तिवारी ने बताया कि भगवान रामचंद्र जी का मंदिर बनने से पहले ही गुलाबेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना हुई थी. यहां बोलता राम जी बाबा जी की बगीची थी. महादेव मंदिर में भगवान शिव की संपूर्ण पंचायत विराजमान है. बोलता राम जी बाबा, माजी साहब के गुरु हुआ करते थे. माजी साहब के गुरु बाबा बोलता राम इस बगीची में रहते थे और बाबा बोलता राम जी भगवान शिव के परम उपासक थे.
बोलता राम जी बाबा ने माझी साहब को मंदिर निर्माण की आज्ञा दी थी. गुलाबेश्वर महादेव मंदिर में सावन के महीने में विशेष आयोजन होते हैं. श्रावण के महीने में सहस्त्र घट भी किया जाता है. भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार किया जाता है. कहा जाता है कि भगवान शिव ने बाबा बोलता राम जी को साक्षात दर्शन दिए थे. भगवान शिव का आदेश हुआ था कि पूरे शिव परिवार के साथ इस बगीची में स्थापना की जाए. बाबा बोलता राम जी ने माजी साहब को बगीची में महादेव का मंदिर बनवाने की बात कही तो माझी साहब ने तुरंत मंदिर का निर्माण शुरू करवा दिया था.
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मंदिर में काफी दूर-दूर से भक्त भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. भक्तों की आस्था है कि भगवान भोलेनाथ उनकी मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं. कई भक्त वर्षों से गुलाबेश्वर महादेव मंदिर में आ रहे है. श्रावण के महीने में खासतौर पर (Crowd of Gulabeshwar Mahadev Devotees) विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. भक्त अपनी अपनी मनोकामनाएं लिए भगवान भोलेनाथ के मंदिर पहुंचते हैं. सावन के महीने में भक्तों का तांता लगा रहता है.