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Sawan 2021 Hariyali Amavasya: जानें किस वृक्ष में जल अर्पण की है परम्परा! कुछ उपाय भी हैं जिससे वैवाहिक जीवन भी रहेगा हरा-भरा - sawan ki amavsaya significance

श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहते हैं. हर माह की तरह इस अमावस्या पर भी पितरों के प्रति आभार जताने की परम्परा है. इसके साथ ही बहुत महत्वपूर्ण कार्य भी किया जाता है. जानते हैं क्या? पौधारोपण का. मान्यता ये भी है कि इस दिन एक खास वृक्ष को जल अर्पित करने से पितरों की आत्मा तृप्त होती है.

Sawan 2021 Hariyali Amavasya
पौधारोपण और पीपल वृक्ष की पूजा का है विधान
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Published : Aug 8, 2021, 6:53 AM IST

Updated : Aug 8, 2021, 10:43 AM IST

जयपुर: सावनी आमावस्या को हरियाली अमावस्या (Sawan 2021 Hariyali Amavasya) भी कहते हैं. धर्म ग्रंथों में शिव के प्रिय मास में पड़ने वाले इस पर्व को अत्यन्त शुभ माना जाता है. पितरों को तृप्त करने का दिवस होता है अमावस्या. पुराणों में तो इसका जिक्र पर्यावरण संरक्षण के तौर ( Preservation Of Environment) पर भी किया गया है. सामान्यतः हरियाली अमावस्या (Sawan 2021 Hariyali Amavasya), प्रसिद्ध हरियाली तीज (Hariyali Teej 2021) से तीन दिन पूर्व आती है. इस बार हरियाली अमावस्या (Sawan 2021 Hariyali Amavasya) 8 अगस्त 2021 को मनाई जाएगी.

Shiv parvati
भ्रमण पर निकलतें हैं पार्वती संग शिव

वैवाहिक जीवन में है व्यवधान, तो अपनाए ये सरल उपाय (Tips To Follow In Sawan 2021 Hariyali Amavsaya): कोरोना के इस दौर में जीवन में परेशानियां मुंह खोले खड़ी हैं. वित्तीय संकट भी है, सामाजिक दुराव बढ़ा है और इसका असर कहीं न कहीं वैवाहिक जीवन पर भी पड़ा है. सो ऐसे में हमारे वेद पुराणों ने सावन में कुछ उपाय भी सुझाए हैं. इससे जीवन में आए ठहराव को गतिमान किया जा सकता है. खासकर, वैवाहिक जीवन में पड़े व्यवधान को दूर किया जा सकता है. आइए जानते हैं कुछ खास उपायों को-

हरियाली अमावस्या पर मछलियों को आटे की गोलियां खिलाने की परम्परा है. ऐसे में आप किसी नदी या तालाब में जाकर मछली को आटे की गोलियां खिला सकते हैं. अगर संभव नहीं तो चींटियों को भी सूखा आटा और चीनी का मिश्रण खिला सकते हैं. इस दिन घर के ईशान कोण में मां लक्ष्मी के नाम से घी का दीपक जलाएं. मां लक्ष्मी ऐश्वर्य और वैभव की देवी हैं. जहां ऐश्वर्य होगा वहां सुख का निवास होगा. माता लक्ष्मी से प्रार्थना करें. इसके लिए पूजा की थाली में स्वस्तिक या ओम बनाएं. महालक्ष्मी यंत्र रखें. शाम को बाबा विश्वनाथ की पूजा करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं. वैवाहिक जीवन में खुशहाली हो सो पति-पत्नी को साथ में महादेव और माता पार्वती की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए. शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करना भी फलदायक होता है.

इस मंत्र का करें जाप (Sawan 2021 Hariyali Amavsaya Mantra): पूजन करने और भोग लगाने के बाद "ऊॅं उमामहेश्वराय नमः" मंत्र का जाप जरुर करें. पूजा के बाद प्रसाद को पति-पत्नी खाएं.

आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त: (Shubh Muhurat Of Sawan 2021 Hariyali Amavsaya) हरियाली अमावस्या रविवार, अगस्त 8, 2021 को है. अमावस्या तिथि का प्रारम्भ अगस्त 07, 2021 को 07:11 बजे (शाम) होगा और समापन तिथि अगस्त 08, 2021 को 07:19 बजे (शाम) है.

हरियाली अमावस्या का महत्व (Significance Of Sawan 2021 Hariyali Amavsaya): हर अमावस्या की तरह हरियाली अमावस्या पर भी स्नान और दान की परम्परा है. इसके अलावा भी एक महत्वपूर्ण कार्य है. वो है पौधारोपण का. इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए दान, पूजा पाठ, ब्रह्मणों को भोजन आदि तो कराना ही चाहिए. इसके अलावा पेड़ों की पूजा भी की जाती है. इस दिन विशेष रुप से पीपल और तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं. पीपल के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना जाता है. पूजा के बाद एक पौधा लगाने की भी प्रथा है. प्रत्येक वर्ष हरियाली अमावस्या पर एक पौधा जरूर लगाना चाहिए.

जयपुर: सावनी आमावस्या को हरियाली अमावस्या (Sawan 2021 Hariyali Amavasya) भी कहते हैं. धर्म ग्रंथों में शिव के प्रिय मास में पड़ने वाले इस पर्व को अत्यन्त शुभ माना जाता है. पितरों को तृप्त करने का दिवस होता है अमावस्या. पुराणों में तो इसका जिक्र पर्यावरण संरक्षण के तौर ( Preservation Of Environment) पर भी किया गया है. सामान्यतः हरियाली अमावस्या (Sawan 2021 Hariyali Amavasya), प्रसिद्ध हरियाली तीज (Hariyali Teej 2021) से तीन दिन पूर्व आती है. इस बार हरियाली अमावस्या (Sawan 2021 Hariyali Amavasya) 8 अगस्त 2021 को मनाई जाएगी.

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वैवाहिक जीवन में है व्यवधान, तो अपनाए ये सरल उपाय (Tips To Follow In Sawan 2021 Hariyali Amavsaya): कोरोना के इस दौर में जीवन में परेशानियां मुंह खोले खड़ी हैं. वित्तीय संकट भी है, सामाजिक दुराव बढ़ा है और इसका असर कहीं न कहीं वैवाहिक जीवन पर भी पड़ा है. सो ऐसे में हमारे वेद पुराणों ने सावन में कुछ उपाय भी सुझाए हैं. इससे जीवन में आए ठहराव को गतिमान किया जा सकता है. खासकर, वैवाहिक जीवन में पड़े व्यवधान को दूर किया जा सकता है. आइए जानते हैं कुछ खास उपायों को-

हरियाली अमावस्या पर मछलियों को आटे की गोलियां खिलाने की परम्परा है. ऐसे में आप किसी नदी या तालाब में जाकर मछली को आटे की गोलियां खिला सकते हैं. अगर संभव नहीं तो चींटियों को भी सूखा आटा और चीनी का मिश्रण खिला सकते हैं. इस दिन घर के ईशान कोण में मां लक्ष्मी के नाम से घी का दीपक जलाएं. मां लक्ष्मी ऐश्वर्य और वैभव की देवी हैं. जहां ऐश्वर्य होगा वहां सुख का निवास होगा. माता लक्ष्मी से प्रार्थना करें. इसके लिए पूजा की थाली में स्वस्तिक या ओम बनाएं. महालक्ष्मी यंत्र रखें. शाम को बाबा विश्वनाथ की पूजा करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं. वैवाहिक जीवन में खुशहाली हो सो पति-पत्नी को साथ में महादेव और माता पार्वती की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए. शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करना भी फलदायक होता है.

इस मंत्र का करें जाप (Sawan 2021 Hariyali Amavsaya Mantra): पूजन करने और भोग लगाने के बाद "ऊॅं उमामहेश्वराय नमः" मंत्र का जाप जरुर करें. पूजा के बाद प्रसाद को पति-पत्नी खाएं.

आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त: (Shubh Muhurat Of Sawan 2021 Hariyali Amavsaya) हरियाली अमावस्या रविवार, अगस्त 8, 2021 को है. अमावस्या तिथि का प्रारम्भ अगस्त 07, 2021 को 07:11 बजे (शाम) होगा और समापन तिथि अगस्त 08, 2021 को 07:19 बजे (शाम) है.

हरियाली अमावस्या का महत्व (Significance Of Sawan 2021 Hariyali Amavsaya): हर अमावस्या की तरह हरियाली अमावस्या पर भी स्नान और दान की परम्परा है. इसके अलावा भी एक महत्वपूर्ण कार्य है. वो है पौधारोपण का. इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए दान, पूजा पाठ, ब्रह्मणों को भोजन आदि तो कराना ही चाहिए. इसके अलावा पेड़ों की पूजा भी की जाती है. इस दिन विशेष रुप से पीपल और तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं. पीपल के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना जाता है. पूजा के बाद एक पौधा लगाने की भी प्रथा है. प्रत्येक वर्ष हरियाली अमावस्या पर एक पौधा जरूर लगाना चाहिए.

Last Updated : Aug 8, 2021, 10:43 AM IST
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