जयपुर. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मांग को ध्यान में रखकर एक दिन में समर्थन मूल्य पर सरसों और चने की खरीद अधिकतम 25 क्विंटल के बजाय 40 क्विंटल किए जाने के निर्णय का स्वागत किया है. वहीं, पूनिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार को कुछ नसीहत दी है.
सतीश पूनिया ने अपने बयान में कहा कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की स्थिति में भारत सरकार ने अपनी जिम्मेदारी का परिचय देते हुए अलग-अलग मद में प्रदेश सरकार को हजारों करोड़ रुपयेे की सहायता दी है. मुख्यमंत्री ये सुनिश्चित करें कि उनके मंत्री झूठी बयानबाजी करने के बजाय केंद्र से मिली सहायता को सही तरीके से जनता तक पहुंचाए, जिससे जनता को उसका लाभ मिल सके.
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भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तुलाई की सीमा के कारण किसानों को परेशानी हो रही थी. मोदी सरकार ने अब उनकी परेशानी दूर कर दी है. भारत सरकार ने निर्णय किया है कि राज्य सरकार द्वारा खरीद की प्रक्रिया पूरी होते ही वो खरीद का भुगतान कर देगी. पहले किसान को अपनी बेची हुई फसल के भुगतान के लिए महीनों भटकना पड़ता था. लेकिन, केंद्र सरकार के इस निर्णय से किसान को फायदा होगा. सतीश पूनिया के अनुसार सरकार की इस घोषणा में खरीद के लिए प्रदेश में 800 सेंटर बनाए जाने का भी ऐलान है. लेकिन, इतने बड़े प्रदेश में ये संख्या बहुत कम है. ऐसे में ग्रामसेवक केंद्रों को खरीद केंद्र बनाए जाने से किसान आसानी से अपनी फसल को बेच सकेंगे.
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उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में भाजपा प्रदेश में विपक्ष की अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही है. उनके अनुसार जनता के भले के हर निर्णय में हम सरकार के साथ हैं. लेकिन, जहां सरकार के गलत प्रबंधन नियत और भेदभाव से जनता को परेशानी होगी, हम उसका विरोध ही करेंगे. पूनिया ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वो किसानों की फसल की खरीद पर भुगतान की समुचित व्यवस्था करें. साथ ही केंद्र से मिली आर्थिक सहायता को जनता के हित में सदुपयोग करें.