जयपुर. बारां जिला प्रमुख चुनाव में क्रॉस वोटिंग के चलते हुई भाजपा की हार के बाद स्थानीय भाजपा सांसद दुष्यंत सिंह के कार्यालय पर हुए पथराव की घटना (dushyant singh office stone pelting case) ने सियासी तूल पकड़ लिया है. इस मामले में अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया का बड़ा बयान सामने आया है. पूनिया ने कहा कि यह प्रकरण क्रॉस वोटिंग से संबंधित था, क्रॉस वोटिंग किसने की और किसके इशारे पर हुई और इसकी प्रतिक्रिया में जो कुछ हुआ उसमें दोनों ही पक्ष गलत हैं?. इसकी जांच तथ्यात्मक रूप से प्रदेश प्रभारी के समक्ष पेश होनी है.
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में पूनिया ने कहा कि यह पूरा प्रकरण प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के संज्ञान में हैं. इस मामले की पूरी तथ्यात्मक जांच जब भी प्रदेश प्रभारी कहेंगे उनके सामने प्रस्तुत कर दी जाएगी. पूनिया ने यह भी कहा, क्योंकि यह महत्वपूर्ण लोगों से जुड़ा मसला है इसलिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के संज्ञान में भी लाना पड़ेगा. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि सामान्य तौर पर ऐसे मामलों को लंबित ही करते हैं. लेकिन आवश्यकता पड़ी और पार्टी आदेश देगी तो इसे आगे प्रॉसेस करेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में यह मामला उठाते हुए प्रदेश नेतृत्व व अन्य से सवाल किए थे. उन्होंने यह भी कहा कि तब पार्टी से जुड़े नेता कहां गए थे? जब 4 बार के सांसद दुष्यंत सिंह के कार्यालय पर पथराव हुआ. कौन लोगों पर अब तक पार्टी के स्तर पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई?. बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के काफिले पर बूंदी में हुए पथराव और काले झंडे दिखाने की घटना को लेकर सरकार पर चौतरफा दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा हो रही थी. उस दौरान वसुंधरा राजे ने यह बात रखी थी. जिसके बाद पार्टी के भीतर एक बड़ा बवाल भी निकल कर सामने आया था.
राज्यपाल के अभिभाषण में कुछ नया नहीं केवल लकीर पीटने के सामानः राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में पहले दिन हुए राज्यपाल के अभिभाषण पर भी सतीश पूनिया ने कटाक्ष किया. पूनिया ने कहा राज्यपाल का अभिभाषण सरकार बना कर देती है, जिसे वे पढ़ते हैं. ऐसे में अभिभाषण में कुछ नया नहीं था केवल लकीर पीटने के समान ही था.
पूनिया ने कहा राज्यपाल का अभिभाषण पार्टी से ऊपर उठकर होना चाहिए. उसमें जनता के हितों से जुड़ा एजेंडा शामिल होना चाहिए. लेकिन बुधवार को पेश हुए अभिभाषण में ऐसा कुछ नहीं था. जिसमें राजस्थान की जनता का भला हो सके. पुनिया ने कहा पिछले बजट घोषणाओं में अब तक कुछ नहीं हुआ और उसका जिक्र भी इस अभिभाषण में नहीं था.