जयपुर. हाल ही में प्रदेश के सरपंचों के वित्तीय अधिकारों में की गई कटौती के मामले में अब प्रदेश में सियासी उबाल आ चुका है. मंंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया को भी सरपंच संघ ने ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई.
जिसके बाद पूनिया ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार सरपंचों के वित्तीय अधिकार छीनकर उन्हें बंधक और गुलाम बनाने का काम कर रही है. ऐसे में प्रदेश सरकार को यह तुगलकी फरमान वापस लेना चाहिए.
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जयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार का यह तुगलकी फरमान तानाशाही का नमूना है. क्योंकि अब तक सरपंचों को वित्तीय अधिकार थे और उनके खातों में पैसा आता था जिससे वे जनकल्याण के लिए ग्राम पंचायतों में विकास का काम करवा सकते थे, लेकिन अब यह पैसा सीधा पीडी खातों में आएगा.
जिसके बाद सरपंच प्रदेश सरकार के बंधक हो जाएंगे और गुलाम हो जाएंगे जो लोकतंत्र के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि मुझे लगता है कि सरकार को इस तुगलकी फरमान वापस लेना ही होगा.
'तांडव' वेब सीरीज को लेकर फिर बोले पूनिया, दोषियों को किया जाए प्रताड़ित:
वहीं, वेब सीरीज तांडव पर चल रहे विवाद को लेकर एक बार फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनियां ने कहा है कि यह सिलसिला रुकना चाहिए क्योंकि ऐसा अनेकों बार हो गया है कि भारत के हिंदू देवी देवताओं का अपमान सिलसिलेवार किया जाता है. फिर चाहे वो फिल्मों के जरिए हो या इस तरह की वेब सीरीज के जरिए. पूनिया के अनुसार हमने इस बारे में गुजारिश भी की है कि यह सिलसिला बंद होना चाहिए और जो भी लोग इस मामले में दोषी है निश्चित रूप से उन्हें प्रताड़ित किया जाना चाहिए.