जयपुर. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बच्चों की मौत के मामले में जारी सियासत के बीच विपक्ष ने प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को उनके आदेश पर की गई जांच रिपोर्ट की याद दिलाई है. खासतौर पर सरकारी चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस मामले पर संभागीय आयुक्त द्वारा दी गई रिपोर्ट, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश होने के अनुसार जब प्रदेश सरकार इस प्रकार के इनीशिएटिव लेती है तो उसकी रिपोर्ट पर अमल भी कराना चाहिए. दरअसल पिछले साल शिक्षा मंत्री रघु शर्मा सभी सरकारी अस्पतालों रिपोर्ट मांगी थी ऐसे कौन-कौन से चिकित्सक हैं जिनके खुद के भी अस्पताल संचालित हैं. जोधपुर संभाग आयुक्त की ओर से 2 महीने पहले ही इस मामले की रिपोर्ट दी गई लेकिन तो कुछ करते नहीं हो और अब आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा इसे मुद्दा बना रही है.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश सरकार की निरोगी राजस्थान की राजस्थान में कहीं ऐसा महसूस नहीं होता है. प्राथमिकता होती तो आज सरकारी अस्पताल में ये हालात नहीं बनते. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने में व्यस्त हैं सचिन पायलट देर से ही सही लेकिन कोटा गए और उन्होंने वास्तविकता के करीब अपना बयान दे दिया. लेकिन सचिन पायलट के बयान पर जिस तरह चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का बयान आया वो साफ तौर पर दर्शाता है कि प्रदेश सरकार में ही नेताओं के बीच नूरा कुश्ती का खेल चल रहा है जिसका नुकसान केवल जनता को ही होगा.
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जिला बीजेपी समितियों को किया पाबंद
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कोटा के बाद जोधपुर और बीकानेर सहित अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में जिस प्रकार की मौत की घटनाएं सामने आ रही है उसको लेकर स्थानीय बीजेपी जिला इकाई को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में अस्पतालों की रिपोर्ट लेकर प्रदेश नेतृत्व को अवगत कराएं ताकि समय रहते विपक्ष वहां की समस्याओं को उठा सकें.