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CM Advisor post controversy : कोई फकीर ही अब शायद मुख्यमंत्री सलाहकार का पद ले - सतीश पूनिया - दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली

राजस्थान में मुख्यमंत्री सलाहकार पद (CM Advisor post controversy) को लेकर घमासान मचा है. भापपा का कहना है कि मुख्यमंत्री सलाहकार पद संवैधानिक नहीं है. लिहाजा सीएम सलाहकारों को विशेष सुविधाएं नहीं दी जा सकती. आज इस पर जयपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia PC in Jaipur) ने कहा है कि कोई फकीर ही मुख्यमंत्री का सलाहकार बनना चाहेगा.

CM Advisor post controversy
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया प्रेसवार्ता जयपुर
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Published : Nov 29, 2021, 3:35 PM IST

Updated : Nov 29, 2021, 5:49 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री सलाहकार नियुक्ति विवाद के पटाक्षेप के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चुटकी (Satish Poonia Tont On CM Gehlot) ली है. पूनिया ने कहा कि अपनी सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने सलाहकार पद पर विधायकों की नियुक्ति तो कर ली, लेकिन ये सलाकार कागजी रहेंगे.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री सलाहकार पद (BJP State President Satish Poonia on CM Advisory Post) पर तंज कसते हुए कहा कि कानूनन न तो इन सलाहकारों को मंत्री का पद मिल पाएगा, न वेतन भत्तों का लाभ मिल पाएगा और न अन्य सुविधाएं मिल पाएंगी. ऐसे में ये सलाहकार केवल कागजी रहेंगे. मुख्यमंत्री बयानों में भले यह कह दें कि वे चाहे जितने सलाहकारों की नियुक्ति कर सकते हैं, लेकिन सच यह है कि इस तरह के सलाहकार का पद शायद अब कोई फकीर ही स्वीकार कर सकता है.

मुख्यमंत्री सलाहकार पद पर बोले सतीश पूनिया

गौरतलब है कि पिछले दिनों 6 विधायकों को मुख्यमंत्री सलाहकार पद पर नियुक्त किया गया था. जिसे भाजपा ने असंवैधानिक करार दिया था. कल रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बयान में साफ कर दिया कि इन सलाहकारों को न तो राज्यमंत्री का दर्जा है और न ही कोई अलग से वेतन भत्ते और सुविधाएं दी जा रही हैं. ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसी मामले को लेकर एक बार फिर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया.

पूनिया ने इस दौरान यह भी कहा कि कांग्रेस के मंत्रिमंडल की पीड़ा को 3 साल हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस सरकार में अंतर्कलह दूर नहीं हुआ है. ऐसे में मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का भी राजस्थान की जनता को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है.

पढ़ें- Mission 2023 : कार्यसमिति बैठक के जरिए भाजपा तैयार करेगी रोडमैप, अमित शाह देंगे जीत का मंत्र

दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली पर तंज

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस की ओर से 12 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली महंगाई हटाओ रैली (mahangai hatao rally of Congress) को लेकर तीखा कटाक्ष किया. पूनिया ने कहा कि जनता ने अब कांग्रेस हटाओ टाइटल स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि 2023 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस वापसी नहीं कर पाएगी. जयपुर में प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही मंत्रिमंडल पुनर्गठन करके नई बोतल में पुरानी शराब डालने का काम कर लें, लेकिन साल 2023 में न तो गहलोत सरकार सत्ता में नहीं लौट पाएगी.

वसुंधरा की यात्रा में पूनिया पर विवादित विज्ञापन

वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा के दौरान पूनिया भगाओ के विज्ञापन पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि हमारी पार्टी में इस तरह की छोटी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता. उन्होंने इस विषय पर आगे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

जयपुर. मुख्यमंत्री सलाहकार नियुक्ति विवाद के पटाक्षेप के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चुटकी (Satish Poonia Tont On CM Gehlot) ली है. पूनिया ने कहा कि अपनी सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने सलाहकार पद पर विधायकों की नियुक्ति तो कर ली, लेकिन ये सलाकार कागजी रहेंगे.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री सलाहकार पद (BJP State President Satish Poonia on CM Advisory Post) पर तंज कसते हुए कहा कि कानूनन न तो इन सलाहकारों को मंत्री का पद मिल पाएगा, न वेतन भत्तों का लाभ मिल पाएगा और न अन्य सुविधाएं मिल पाएंगी. ऐसे में ये सलाहकार केवल कागजी रहेंगे. मुख्यमंत्री बयानों में भले यह कह दें कि वे चाहे जितने सलाहकारों की नियुक्ति कर सकते हैं, लेकिन सच यह है कि इस तरह के सलाहकार का पद शायद अब कोई फकीर ही स्वीकार कर सकता है.

मुख्यमंत्री सलाहकार पद पर बोले सतीश पूनिया

गौरतलब है कि पिछले दिनों 6 विधायकों को मुख्यमंत्री सलाहकार पद पर नियुक्त किया गया था. जिसे भाजपा ने असंवैधानिक करार दिया था. कल रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बयान में साफ कर दिया कि इन सलाहकारों को न तो राज्यमंत्री का दर्जा है और न ही कोई अलग से वेतन भत्ते और सुविधाएं दी जा रही हैं. ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसी मामले को लेकर एक बार फिर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया.

पूनिया ने इस दौरान यह भी कहा कि कांग्रेस के मंत्रिमंडल की पीड़ा को 3 साल हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस सरकार में अंतर्कलह दूर नहीं हुआ है. ऐसे में मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का भी राजस्थान की जनता को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है.

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दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली पर तंज

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कांग्रेस की ओर से 12 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली महंगाई हटाओ रैली (mahangai hatao rally of Congress) को लेकर तीखा कटाक्ष किया. पूनिया ने कहा कि जनता ने अब कांग्रेस हटाओ टाइटल स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि 2023 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस वापसी नहीं कर पाएगी. जयपुर में प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही मंत्रिमंडल पुनर्गठन करके नई बोतल में पुरानी शराब डालने का काम कर लें, लेकिन साल 2023 में न तो गहलोत सरकार सत्ता में नहीं लौट पाएगी.

वसुंधरा की यात्रा में पूनिया पर विवादित विज्ञापन

वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा के दौरान पूनिया भगाओ के विज्ञापन पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि हमारी पार्टी में इस तरह की छोटी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता. उन्होंने इस विषय पर आगे टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

Last Updated : Nov 29, 2021, 5:49 PM IST
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