जयपुर. प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही पाठ्यक्रमों में बदलाव पर शुरू की सियासी जंग अब और बढ़ गई है. हाल ही में प्रदेश सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम से संचालित राज्य प्रतिभा खोज परीक्षा के नाम से उपाध्याय का नाम हटा दिया. जिससे भाजपा नेता भड़क गए. प्रदेश भाजपा नेताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार के इस कदम की निंदा करते हुए कांग्रेस के खिलाफ जमकर हमला बोला.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस के लिए गांधी-नेहरू खानदान के लोग ही महापुरुष और देवी देवता है. सभी कांग्रेसी उनके भक्त हैं. जिनका अंतिम लक्ष्य गांधी नेहरू की पूजा अर्चना ही है. पूनिया के अनुसार कांग्रेसियों को सावरकर कभी वीर नहीं लगते, महाराणा प्रताप उनकी नजरों में महान नहीं और अब विचारक के रूप में पंडित दीनदयाल उपाध्याय भी उन्हें नहीं भा रहे है. इससे अधिक हीनता की बात कुछ हो ही नहीं सकती है.
गौरतलब है कि पिछली बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान भाजपा ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित प्रतिभा खोज परीक्षा का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य प्रतिभा खोज रख दिया था. अब प्रदेश में सरकार बदलते ही कांग्रेस ने इस परीक्षा का नाम बदल दिया है. जिसके कारण प्रदेश की सियासत उफान पर है.