जयपुर. इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की जयपुर शाखा में एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए सतीश पूनिया ने बुधवार को सीएम गहलोत पर तंज कसा. इस दौरान पूनिया ने जीएसटी को लेकर कहा कि देश में एकरूपता जरूरी है. वहीं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगभग खत्म होने के कगार पर है और एक प्रयास कर ही है बचाव का.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस एक प्राणवायु ऑक्सीजन ढूंढ रही है और उसका उनको एक फॉर्मूला नजर आता है कि जो बीजेपी कर रही है वही करें. क्या पता उससे बच जाएं. इसलिए कांग्रेस नेताओं ने ऑनलाइन मेंबरशीप और जनसुनवाई जैसे कार्यक्रम शुरू कर प्रचार करने की कोशिश की. लेकिन जनता उनको नकार चुकी है और अब कांग्रेस की बातों में नहीं आएगी.
इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि अब सीएम गहलोत क्रिकेट की बात नहीं करते, बल्कि वॉलीबॉल-फुटबॉल की बत करते हैं. इस पर पूनिया ने तंज कसते हुए कहा कि अच्छी बात है...बेटा क्रिकेट का बन गया, वो फुटबॉल का बन जाएं. बता दें कि अभी हाल ही में मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आरसीए अध्यक्ष बने हैं. जिसे लेकर सीपी जोशी गुट और रामेश्वर डूडी गुट में जबरदस्त खींचतान हुई थी. जिसमें सीपी जोशी गुट ने बाजी मारी थी.
बता दें कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने बुधवार को इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की जयपुर शाखा में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग लैब्स का उद्घाटन किया. शाखा में करोड़ों रुपयों की लागत से तीन आईटीटी लैब बनाई गयी है, जिसमें लगभग 200 कंप्यूटर्स उपलब्ध है. वहीं, इसे लेकर मीडिया से बात करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सीए देश की सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने कहा कि सीए प्रोफेशन को लेकर ये धारणा बनी हुई थी कि केवल शहरी स्टूडेंट्स ही इसमें भाग लेते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं है.
पूनिया ने कहा कि ग्रामीण स्टूडेंट्स भी सीए प्रोफेशन को चुन रहे हैं. इससे ये साबित होता है कि टैलेंट किसी भी जाति, जगह या परिस्थितयों का मोहताज नहीं होता है. जीएसटी को लेकर पूनिया ने कहा कि पहले इसे लेकर लोगों में कई उलझनें थी, लेकिन समय के साथ जीएसटी में कई संशोधन भी हुए हैं. अब लोगों ने जीएसटी को स्वीकार भी कर लिया है. उन्होंने कहा कि जीएसटी में सर्वाधिक संशोधन हुए हैं. राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार के समय जीएसटी में जितने भी संशोधन केंद्र सरकार को भेजे गए, उनको केंद्र सरकार ने स्वीकार किया और उनमें बदलाव भी किए. जिसके चलते राजस्थान ऐसा प्रदेश था जहां से सबसे ज्यादा संशोधन लिस्ट भेजी गई थी. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि 'एक देश एक कर' की बुनियाद से जीएसटी की शुरुआत हुई है और लोगों ने इसे स्वीकार भी किया.