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कोर्ट में सुनवाई से पहले वायरल हो रहा राजाराम गुर्जर का ऑडियो-वीडियो, एक वीडियो में नजर आए कथित संघ प्रचारक निंबाराम - BVG Company

जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर के निलंबन मामले में कोर्ट में सुनवाई से पहले उनके पति राजाराम गुर्जर का बीवीजी (BVG) कंपनी का एक वीडियो वायरल हो गया था. इसके अब एक और ऑडियो-वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कथित संघ प्रचारक निंबाराम भी नजर आ रहे हैं. इससे लेकर अब भाजपा भी डिफेंसिव दिख रही है.

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वायरल वीडियो में दिखे संघ प्रचारक निंबाराम
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Published : Jun 11, 2021, 1:39 PM IST

Updated : Jun 16, 2021, 2:25 PM IST

जयपुर. निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के मामले में आज कोर्ट में सुनवाई होनी है. इससे पहले सोशल मीडिया पर लगातार उनके पति राजाराम गुर्जर और बीवीजी कंपनी के संदीप चौधरी के ऑडियो और वीडियो वायरल (Video Viral) हो रहे हैं. इसके साथ ही एक वीडियो में कथित आरएसएस (RSS) प्रचारक निंबाराम भी नजर आ रहे हैं. ये वीडियो सेवा भारती भवन का बताया जा रहा है. हालांकि ईटीवी भारत इस वीडियो का पुष्टि नहीं करता है.

वायरल वीडियो में दिखे संघ प्रचारक निंबाराम

बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि संदीप चौधरी और निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के पति राजा राम गुर्जर के बीच 6 महीने में पेमेंट रिलीज कराने के एवज में 10% कमीशन मांगने का वीडियो वायरल होने के साथ ही, एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से सियासत तेज हो गई है. इसमें कथित संघ प्रचारक निंबाराम भी नजर आ रहे हैं. वीडियो में राजाराम बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि से कह रहे हैं कि आपका करोड़ों-अरबों का पेमेंट होना है. इसमें कोई दिक्कत भी नहीं है. इस बीच बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि कहते हैं कि इसी में तो आपत्ति है.

पढ़ें: राजाराम गुर्जर Viral Video मामले को भाजपा ने बताया षड्यंत्र, बीवीजी कंपनी ने भी किया खंडन

इस पर राजाराम कहते हैं कि आप बोलते हैं, तब मैं नहीं बोलता, अब मुझे बोलने दो. ये आपका जो हक बनता है, वो आपको ठोककर मिलेगा. इस बीच कथित संघ प्रचारक निंबाराम ने कहा कि ये विषय तो हो गया, लेकिन आपका कोई पार्षद समिति का अध्यक्ष यदि इनको जाकर ब्लैकमेल करेगा, तो उसमें आप मत पड़ो...ये जाने और इनका काम जाने. इस पर राजाराम कहते हैं कि हैंडल कर लेंगे, इसमें ये बहुत कलाकार हैं. इस पर कथित संघ प्रचारक निंबाराम कहते हैं कि इनको काम कराना है, तो इनकी तो मजबूरी है.

इस वीडियो के अलावा बीवीजी कंपनी के संदीप चौधरी और राजाराम गुर्जर की फोन पर हुई बातचीत की कुछ ऑडियो भी वायरल हो रहे हैं. इसमें संदीप की ओर से सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट होने और राजाराम की ओर से मैडम के नाराज होने और बीवीजी की जांच कराए जाने की वार्ता हो रही है. वहीं एक अन्य ऑडियो में राजाराम की ओेर से संदीप को एनआरआई कॉलोनी स्थित नीरज के पवन के घर बुलाने की बात की जा रही है. इसके अलावा एक ऑडियो में भाई साहब का कहीं जिक्र नहीं करने को लेकर बच्चों की कसम दिलाई जा रही है.

जबकि एक ऑडियो में संदीप मैडम से एग्रीमेंट की बात का सवाल कर रहे हैं. इस पर राजाराम ने डीएलबी से एग्रीमेंट करवाने की बात कही। संदीप ने कहा कि डीएलबी से आदेश ला सकता हूं. इस पर राजाराम ने कहा कि वहां से आदेश आ जाएगा तो कुछ नहीं बदलेगा, फिर तो इनको करना ही पड़ेगा. ये भी पल्ला झाड़ लेंगी. ऑर्डर ऐसे करवाना है कि जब तक भुगतान नहीं होता तब तक काम कैसे छोड़ सकते हैं.

हालांकि इस मामले में बीवीजी कंपनी के प्रोजेक्ट हेड ने अपना बयान जारी करते हुए किसी भी तरह के लेनदेन को खारिज किया है. वहीं राजाराम गुर्जर ने सांगानेर थाने में एफआईआर दर्ज कर फर्जी और फैब्रिकेटेड वीडियो की जांच कराने और साजिशकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. बहरहाल, मामले में संघ प्रचारक का नाम सामने आने के बाद बीजेपी पूरी तरह डिफेंसिव हो गई है. और इन वीडियो को कानूनी फैसले को प्रभावित करने के लिए वायरल किए जाने की साजिश का हिस्सा बता रही है.

पढ़ें: बीवीजी ने किया वायरल वीडियो का खंडन, सांसद रामचरण भी बचाव में उतरे...राजाराम गुर्जर ने दर्ज कराई एफआईआर

क्या है पूरा मामला

साल 2017 में तत्कालीन महापौर अशोक लाहोटी ने राजधानी में BVG कंपनी के जरिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने की योजना की शुरुआत की थी. राजधानी में करीब 527 डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियां संचालित हैं. इनमें से BVG की गाड़ियां महज 106 हैं, जबकि 421 गाड़ियां उन वेंडर्स की हैं जिन्हें BVG ने सबलेट किया है, जोकि नियम विरुद्ध है.

BVG कंपनी को नगर निगम प्रशासन ने जो काम सौंपा था, उसमें शर्तों की पालना नहीं हुई. बावजूद इसके BVG कंपनी ने अधूरे काम के 300 करोड़ से ज्यादा के बिल निगम को सौंप दिए. 100 फीसदी डोर टू डोर कचरा संग्रहण, कचरे का सेग्रीगेशन, हूपर्स में ट्रैकिंग सिस्टम, वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन बनाकर मैकेनाइज सिस्टम से डंपिंग यार्ड तक कचरा पहुंचाने और शहर में ओपन कचरा डिपो हटाने जैसी शर्तों के साथ, BVG कंपनी को नगर निगम प्रशासन की ओर से काम सौंपा गया था, लेकिन इन शर्तों की पालना नहीं हुई. बावजूद इसके BVG कंपनी ने अधूरे काम के 300 करोड़ से ज्यादा के बिल निगम को सौंप दिए.

बता दें, BVG कंपनी देश के 70 से ज्यादा शहरों में काम कर रही है और जिसका सालाना टर्नओवर 2000 करोड़ से ज्यादा का है. कंपनी का दावा है कि निगम पर 302 करोड़ का बकाया है, लेकिन लूप पोल ये है कि 2 वर्षों से कंपनी के काम की थर्ड पार्टी से निगरानी ही नहीं हुई. ऐसे में एक सवाल यह भी उठ रहा है कि जब बिलों का वेरिफिकेशन ही नहीं हुआ है, तो उसका भुगतान कैसे हो रहा है. बताया जा रहा है इसी बिल में से 276 करोड़ रुपए के बकाया भुगतान को लेकर कथित डील हुई जिसके ऑडियो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं.

जयपुर. निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के मामले में आज कोर्ट में सुनवाई होनी है. इससे पहले सोशल मीडिया पर लगातार उनके पति राजाराम गुर्जर और बीवीजी कंपनी के संदीप चौधरी के ऑडियो और वीडियो वायरल (Video Viral) हो रहे हैं. इसके साथ ही एक वीडियो में कथित आरएसएस (RSS) प्रचारक निंबाराम भी नजर आ रहे हैं. ये वीडियो सेवा भारती भवन का बताया जा रहा है. हालांकि ईटीवी भारत इस वीडियो का पुष्टि नहीं करता है.

वायरल वीडियो में दिखे संघ प्रचारक निंबाराम

बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि संदीप चौधरी और निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के पति राजा राम गुर्जर के बीच 6 महीने में पेमेंट रिलीज कराने के एवज में 10% कमीशन मांगने का वीडियो वायरल होने के साथ ही, एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से सियासत तेज हो गई है. इसमें कथित संघ प्रचारक निंबाराम भी नजर आ रहे हैं. वीडियो में राजाराम बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि से कह रहे हैं कि आपका करोड़ों-अरबों का पेमेंट होना है. इसमें कोई दिक्कत भी नहीं है. इस बीच बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि कहते हैं कि इसी में तो आपत्ति है.

पढ़ें: राजाराम गुर्जर Viral Video मामले को भाजपा ने बताया षड्यंत्र, बीवीजी कंपनी ने भी किया खंडन

इस पर राजाराम कहते हैं कि आप बोलते हैं, तब मैं नहीं बोलता, अब मुझे बोलने दो. ये आपका जो हक बनता है, वो आपको ठोककर मिलेगा. इस बीच कथित संघ प्रचारक निंबाराम ने कहा कि ये विषय तो हो गया, लेकिन आपका कोई पार्षद समिति का अध्यक्ष यदि इनको जाकर ब्लैकमेल करेगा, तो उसमें आप मत पड़ो...ये जाने और इनका काम जाने. इस पर राजाराम कहते हैं कि हैंडल कर लेंगे, इसमें ये बहुत कलाकार हैं. इस पर कथित संघ प्रचारक निंबाराम कहते हैं कि इनको काम कराना है, तो इनकी तो मजबूरी है.

इस वीडियो के अलावा बीवीजी कंपनी के संदीप चौधरी और राजाराम गुर्जर की फोन पर हुई बातचीत की कुछ ऑडियो भी वायरल हो रहे हैं. इसमें संदीप की ओर से सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट होने और राजाराम की ओर से मैडम के नाराज होने और बीवीजी की जांच कराए जाने की वार्ता हो रही है. वहीं एक अन्य ऑडियो में राजाराम की ओेर से संदीप को एनआरआई कॉलोनी स्थित नीरज के पवन के घर बुलाने की बात की जा रही है. इसके अलावा एक ऑडियो में भाई साहब का कहीं जिक्र नहीं करने को लेकर बच्चों की कसम दिलाई जा रही है.

जबकि एक ऑडियो में संदीप मैडम से एग्रीमेंट की बात का सवाल कर रहे हैं. इस पर राजाराम ने डीएलबी से एग्रीमेंट करवाने की बात कही। संदीप ने कहा कि डीएलबी से आदेश ला सकता हूं. इस पर राजाराम ने कहा कि वहां से आदेश आ जाएगा तो कुछ नहीं बदलेगा, फिर तो इनको करना ही पड़ेगा. ये भी पल्ला झाड़ लेंगी. ऑर्डर ऐसे करवाना है कि जब तक भुगतान नहीं होता तब तक काम कैसे छोड़ सकते हैं.

हालांकि इस मामले में बीवीजी कंपनी के प्रोजेक्ट हेड ने अपना बयान जारी करते हुए किसी भी तरह के लेनदेन को खारिज किया है. वहीं राजाराम गुर्जर ने सांगानेर थाने में एफआईआर दर्ज कर फर्जी और फैब्रिकेटेड वीडियो की जांच कराने और साजिशकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. बहरहाल, मामले में संघ प्रचारक का नाम सामने आने के बाद बीजेपी पूरी तरह डिफेंसिव हो गई है. और इन वीडियो को कानूनी फैसले को प्रभावित करने के लिए वायरल किए जाने की साजिश का हिस्सा बता रही है.

पढ़ें: बीवीजी ने किया वायरल वीडियो का खंडन, सांसद रामचरण भी बचाव में उतरे...राजाराम गुर्जर ने दर्ज कराई एफआईआर

क्या है पूरा मामला

साल 2017 में तत्कालीन महापौर अशोक लाहोटी ने राजधानी में BVG कंपनी के जरिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने की योजना की शुरुआत की थी. राजधानी में करीब 527 डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियां संचालित हैं. इनमें से BVG की गाड़ियां महज 106 हैं, जबकि 421 गाड़ियां उन वेंडर्स की हैं जिन्हें BVG ने सबलेट किया है, जोकि नियम विरुद्ध है.

BVG कंपनी को नगर निगम प्रशासन ने जो काम सौंपा था, उसमें शर्तों की पालना नहीं हुई. बावजूद इसके BVG कंपनी ने अधूरे काम के 300 करोड़ से ज्यादा के बिल निगम को सौंप दिए. 100 फीसदी डोर टू डोर कचरा संग्रहण, कचरे का सेग्रीगेशन, हूपर्स में ट्रैकिंग सिस्टम, वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन बनाकर मैकेनाइज सिस्टम से डंपिंग यार्ड तक कचरा पहुंचाने और शहर में ओपन कचरा डिपो हटाने जैसी शर्तों के साथ, BVG कंपनी को नगर निगम प्रशासन की ओर से काम सौंपा गया था, लेकिन इन शर्तों की पालना नहीं हुई. बावजूद इसके BVG कंपनी ने अधूरे काम के 300 करोड़ से ज्यादा के बिल निगम को सौंप दिए.

बता दें, BVG कंपनी देश के 70 से ज्यादा शहरों में काम कर रही है और जिसका सालाना टर्नओवर 2000 करोड़ से ज्यादा का है. कंपनी का दावा है कि निगम पर 302 करोड़ का बकाया है, लेकिन लूप पोल ये है कि 2 वर्षों से कंपनी के काम की थर्ड पार्टी से निगरानी ही नहीं हुई. ऐसे में एक सवाल यह भी उठ रहा है कि जब बिलों का वेरिफिकेशन ही नहीं हुआ है, तो उसका भुगतान कैसे हो रहा है. बताया जा रहा है इसी बिल में से 276 करोड़ रुपए के बकाया भुगतान को लेकर कथित डील हुई जिसके ऑडियो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं.

Last Updated : Jun 16, 2021, 2:25 PM IST
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