जयपुर. 15 साल से कम उम्र के बच्चों को भी कोरोना की वैक्सीन लगाने (Corona Vaccine for kids under 15 years) को लेकर राज्य बाल संरक्षण आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि लगातार दो साल से स्कूल बंद होने की वजह से से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. अब वक्त आ गया है कि अन्य देशों में जिस तरीके से छोटे बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है तो, देश में भी बच्चों को वैक्सीन लगाई जाए. इसको लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा गया है.
बेनीवाल ने कहा कि उन्होंने हाड़ौती संभाग के कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ जिलों के दौरे किए हैं और कई जगह औचक निरीक्षण भी किया. लोगों से बातचीत भी की. बच्चों की पढ़ाई को लेकर लोग चिंतित हैं. माता-पिता को लगता है कि 2 साल से बच्चे स्कूल नहीं गए, जिससे उसकी पढ़ाई पर खासा असर पड़ रहा है. बेनीवाल ने कहा कि लोगों से जब हमने बात की तो उन्होंने इस बात स्वीकारा कि अब वक्त आ गया है कि बच्चों को वैक्सीन लगाई जाए. जब अन्य देशों में 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है, तो फिर भारत में बच्चों को वैक्सीन क्यों नहीं लगाई जा रही.
पतंगों के जरिए टीकाकरण और गाइडलाइन का संदेश
बाल आयोग कार्यालय में आज मकर संक्रांति के अवसर पर, पतंगों के माध्यम से COVID टीकाकरण को लेकर जागरूकता अभियान का आगाज किया गया. इसके साथ ही पतंगों पर कोविड प्रोटोकॉल की पालना के संदेश के साथ पतंग उड़ाई गई. बेनीवाल ने कहा कि बच्चों को खेल-खेल में कोरोना गाइडलाइन के बारे में जागरूक किया जा रहा है. बच्चे खेल के जरिए चीजों को जल्दी सीखते हैं. इसलिए पतंगबाजी के जरिए बच्चों को 2 गज की दूरी, मास्क की अनिवार्यता और टीकाकरण को लेकर जागरूक किया गया है.
गैंगरेप पीड़ित से की मुलाकात
बेनीवाल ने कहा कि अलवर में जो घटना हुई है, वह बहुत ज्यादा निंदनीय है. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अभी बच्ची के स्वास्थ्य को लेकर है, लगातार हम मेडिकल टीम से संपर्क में हैं. आज सुबह मैंने पीड़िता से मुलाकात की है. हालत में अब सुधार हो रहा है.