जयपुर. रीट भर्ती परीक्षा को लेकर सचिन पायलट ने कार्रवाई की मांग करते हुए कहा (Sachin Pilot on REET paper leak case) कि पद बढ़ाने के लिए मैंने खुद मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. यह बेरोजगार और युवाओं से जुड़ा हुआ गंभीर मुद्दा है. क्योंकि रीट परीक्षा मध्यम और ग्रामीण परिवेश के लोग देते हैं. 26 लाख युवाओं के साथ ही इस परीक्षा से जुड़े करीब सवा करोड़ परिवार भी प्रभावित हो रहे हैं.
पायलट ने कहा कि गड़बड़ी सामने आई तो सरकार ने बर्खास्तगी जैसे कड़े कदम उठाते हुए जांच का आदेश भी दिया है और जांच के लिए कमेटी भी बनाई है. भविष्य में ऐसी घटना ना हो, इसके लिए सरकार सदन में कानून भी लेकर आएगी. लेकिन इसके साथ ही पायलट ने यह भी कहा कि यह मुद्दा देश और प्रदेश की धरोहर नौजवानों के भविष्य से जुड़ा है. इनके साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए. पायलट ने कहा कि सरकार को इस मामले में कदम उठाने चाहिए और जांच पारदर्शी होने के साथ ही समयबद्ध तरीके से पूरी होनी चाहिए.
पायलट ने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाए, चाहे वह कितने भी बड़े पद पर क्यों ना हो और कितना भी प्रभावशाली क्यों ना हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. पायलट ने कहा कि लाखों परिवारों को यह सीधा प्रभावित कर रहा है, ऐसे में सरकार को यह कदम उठाना ही होगा क्योंकि हम किसी नौजवानों को अकेला नहीं छोड़ सकते. जब लाखों का जीवन और भविष्य किसी मुद्दे से जुड़ा होता है, तो वह मुद्दा अपने आप ही गंभीर हो जाता है. चाहे यह जांच सीबीआई (Pilot on CBI investigation for REET) करे या कोई दूसरी एजेंसी, लेकिन समयबद्ध तरीके से पूरी हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.
राजीव गांधी स्टडी सर्किल पर बोले पायलट : राजीव गांधी स्टडी सर्किल पर लग रहे आरोपों को लेकर पायलट ने कहा कि अगर कोई ऐसा आरोप लग रहा है तो उसकी भी जांच होनी चाहिए. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजीव गांधी स्टडी सर्किल के चेयर पर्सन हैं. मंत्री सुभाष गर्ग इसके नेशनल कोऑर्डिनेटर हैं. जबकि इस मामले में गिरफ्तार होने वाले प्रदीप पराशर स्टेट कोऑर्डिनेटर और बर्खास्त हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डीपी जारोली भी इसी राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े हैं.