जयपुर. संवाद सत्र को संबोंधित करते हुए उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि जापान राजस्थान में अधिक से अधिक निवेश करे ताकि यहां के नौजवानों को रोजगार मिले. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध को मजबूत करना पार्टी लाइन से ऊपर है. पंडित नेहरू ने अपने प्रधानमंत्री रहते हुए जापान की यात्रा की थी. जापान सरकार का राजस्थान से संवाद का कदम बेहतर है.
पायलट ने आगे कहा कि बिहार, मेघालय और राजस्थान को जापान ने पार्टनर स्टेट बनाया, उसके लिए भी आभार जताते हैं. जापान से पर्यटन में भी निवेश की बहुत कुछ संभावनाएं हैं. इसके लिए दो चीजों पर फोकस करना जरूरी है, फूड और फ्लाइट. यदि हम फूड और फ्लाइट पर फोकस करेंगे तो पर्यटन के क्षेत्र में अधिक विकास कर पाएंगे. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि डेजर्ट लैंड में भी हमलोग जल संरक्षण पर काम कर रहे हैं. राजस्थान जापानी कंपनियों के साथ काम करने के लिए तैयार हैं, निवेश संभावनाओं की हर संभव सहयोग के लिए हमेशा तैयार रहेंगे. नई नीतियों के साथ सहयोग की भावना भी रहेगी.
वहीं, मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि जापान में बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं और हम चाहेंगे कि सरकारी स्तर पर उन कंपनियों को यहां बुलाया जाए. जापानी एम्बेसडर ने भी कहा है कि हम लोग यह कोशिश करेंगे कि अधिक से अधिक लोग राजस्थान आएं और यहां निवेश करें. सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान और जापान के संबंध ऐतिहासिक रहे हैं. पार्टी चाहे किसी भी दल की रही हो, जापान और राजस्थान अपने द्विपक्षीय संबंध बना कर रखे हैं.
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सचिन पायलट ने कहा कि जापान सरकार और वहां की कंपनियों को राजस्थान में अधिक से अधिक निवेश करना चाहिए ताकि यहां के नौजवानों को रोजगार मिले और बेरोजगारी से लड़ने के लिए संबल मिल सके. पायलट के अनुसार जापानी एम्बेसडर केंजी हीरामत्सु ने कहा है कि वे प्रदेश के एकल विंडो सिस्टम का पूरा उपयोग करेंगे. जापान की कंपनियों को यहां निवेश करना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हेल्थ, फूड प्रोसेसिंग, ऑटो, टूरिज्म ऐसे क्षेत्र हैं जहां अधिक से अधिक निवेश किया जा सकता है. इस कार्यक्रम में अलवर सांसद महंत बालक नाथ, राज्यसभा सांसद रामकुमार वर्मा, विधायक रोहित बोहरा आदि मौजूद थे.
सवाल का जवाब टाल गए सचिन...
फिक्की का संवाद सत्र के बाद सचिन पायलट मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान एक पत्रकार ने उनसे राहुल गांधी के ट्वीट के बारे में पूछा...'राहुल गांधी ने ट्वीट किया था कि पाकिस्तान को कश्मीर में दखल देने का हक नहीं है. मेरे मतभेद सरकार से हैं, लेकिन कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है.' इस सवाल का जवाब सचिन पायलट टाल गए और कोई जवाब नहीं दिया.