जयपुर. उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ बलात्कार के मामले में राजस्थान के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने अपराध करने वालों के लिए मौत की सजा की मांग की है. पायलट ने कहा कि देश-प्रदेश में जहां भी बलात्कार जैसे घिनौने अपराध होते हैं, उन्हें फांसी की सजा दी जाए. इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त लायक नहीं है.
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार को गांधी जयंती के मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि हाथरस में जो हादसा हुआ और जो माहौल बना और जिस क्रूरता के साथ सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई. रात 2:30 बजे पीड़िता के शव को जलाया गया और पीड़ित परिवार को इसमें शामिल नहीं किया गया. पुलिस प्रशासन ने सबूत मिटाने की कोशिश की और परिजनों को छुपाने का काम किया. पायलट ने कहा कि यूपी सरकार ने विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की और राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से जिस तरीके का बर्ताव किया गया, वह निंदनीय है.
पायलट ने कहा कि यूपी सरकार ने संस्कार, संविधान और मानवता की धज्जियां उड़ा कर लोकतंत्र की हत्या की है. इस घटना से लोकतंत्र में भरोसा करने वाले हर व्यक्ति में आक्रोश है कि दुष्कर्म जैसे घिनौने काम करने वाले लोगों को बचाया जा रहा है. इसके विरोध में कल भी धरने दिए गए और आज भी देश भर में धरने किए जा रहे हैं.
पढे़ंः 31 अक्टूबर तक अलवर के सभी सरकारी अस्पताल सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक खुलेंगे
दुष्कर्म किसी भी प्रदेश में हो आरोपी को सख्त सजा मिलनी चाहिए. एक साल पहले भी ऐसी घटना हुई थी, बलरामपुर में भी ऐसी घटना हुई है. सरकार खुद भी पीड़ित परिवार की आवाज दबाने का काम कर रही है. न्याय की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी हमेशा पीड़ित परिवार के साथ है. वहीं सरकार के रिपोर्ट कार्ड को लेकर पायलट ने कहा कि राजस्थान में सरकार ने जो काम किया है, उसका रिपोर्ट कार्ड आम जनता के सामने रखा जा रहा है और कोरोना का हाल होने के बावजूद सरकार ने बेहतर काम करने का प्रयास किया है.