गुरुग्राम/जयपुर. राजस्थान में पिछले 3 दिनों से चल रही सियासी उठापटक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तकरार जारी है. वहीं, तेजी से बदलते सियासी घटनाक्रम के बीच नेताओं की एक-दूसरे पर बयानबाजी जारी है.
दरअसल, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के आधिकारिक WhatsApp ग्रुप पर एक मैसेज भेजा गया है कि 30 विधायकों का समर्थन सचिन पायलट के साथ है. ऐसे में अशोक गहलोत की सरकार अल्पमत में है. ऐसे में उन्हें विधायक दल की बैठक लेने का अधिकार नहीं है.
इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह दावा किया कि उनको 103 विधायकों का साथ है. इन सबके बीच मंगलवार को कांग्रेस ने पायलट पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनसे डिप्टी सीएम और राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष का पद छीन लिया.
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सियासी उठापटक में जयपुर से चली इस हवा ने दिल्ली का रुख किया और अब इस हवा ने हरियाणा का रुख किया. क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि गुरुग्राम से सटे मानेसर स्थित आईटीसी ग्रांड होटल में किसी भी वक्त पायलट अपने विधायकों को लेकर पहुंच सकते हैं.