नई दिल्ली/जयपुर. राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी के विस्तार को लेकर कयास लगाये जा रहे हैं. इस बीच पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के दिल्ली दौरे के दूसरे दिन उनसे पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और विधायक सचिन पायलट ने मुलाकात की.
राजस्थान के सियासी नजरिये से इस मुलाकात को खासा अहम समझा जा रहा है. राजस्थान हाउस में दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे चर्चा हुई. इस मुलाकात को लेकर खुद पायलट ने मीडिया से बात की और कहा कि मंत्रिमंडल का अच्छा पुनर्गठन हुआ है, जिसमें सभी वर्गों को अच्छा प्रतिनिधित्व मिला है. डोटासरा से मुलाकात के बाद पायलट बोले कि अब संगठन का विस्तार होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर हम राजस्थान में लड़ाई लड़ेंगे.
पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा मंगलवार को दिल्ली दौरे पर पहुंचे थे. इसके बाद से कयास लगाये जा रहे थे कि डोटासरा गहलोत मंत्रिमंडल से इस्तीफा सौंपने के बाद अब पार्टी के विस्तार की कसरत में जुटे हुए हैं. लिहाजा उन्होंने दो दिन से मुलाकातों का दौर जारी रखा. सबसे पहले वे पार्टी सुप्रीमो सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचे. इसके बाद उन्होंने पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की.
अजय माकन, वेणुगोपाल से मिले डोटासरा
वेणुगोपाल से मिलकर डोटासरा प्रदेश प्रभारी अजय माकन और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला से भी मिले. माना जा रहा है कि लगातार मुलाकातों के पीछे राजस्थान की अंदरूनी सियासत का फीडबैक आलाकमान को सौंपना है. आज बुधवार को भी माकन से मिलने के लिये डोटासरा पहुंचे थे. AICC में करीब 2 घंटे तक दोनों नेताओं की मुलाकात चली. इस दौरान संगठन विस्तार को लेकर चर्चा की बात सामने आई है.
जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के आसार
अब माना जा रहा है कि इन मुलाकातों के सिलसिले में सबसे आखिर में पार्टी के असंतुष्ट धड़े के नेता सचिन पायलट से मिलकर डोटासरा ने उनकी राय को भी जान लिया है. गौरतलब है कि राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद के पीछे भी इसी तरह मुलाकातों का दौर चला था और फिर आम राय का दावा करते हुए सरकार गठन की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया था. अब पीसीसी चीफ के जयपुर लौटने के साथ ही जिलाध्यक्षों की नियुक्ति से लेकर संगठन के बाकी अटके काम पूरे होने के आसार हैं.
सचिन पायलट ने कहा- सत्ता संगठन को लेकर चर्चा हुई
सचिन पायलट ने कहा कि कि दोनों नेताओं के बीच राजस्थान की सत्ता और संगठन को लेकर चर्चा हुई है. पायलट ने कहा कि हम चाहते हैं कि राजस्थान में सरकार और संगठन में हर वर्ग और हर तबके का प्रतिनिधित्व हो. राजस्थान के हर तबके को यह लगना चाहिए कि यह हमारी अपनी सरकार है. जैसा कि प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आने वाले दिनों में राजस्थान में संगठन में और विस्तार होगा, तो उसके लिए हम सभी मिलकर काम करेंगे. राजस्थान में सत्ता और संगठन में सबकी राय लेकर काम किया जाएगा. उद्देश्य यह है कि 22 महीने बाद जब चुनाव हो तो कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ राजस्थान में दोबारा सत्ता में आए. पायलट ने कहा कि हम मिल बैठकर राजस्थान में संगठन, सरकार और क्षेत्र की बात करेंगे.
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केंद्र को घेरने की रणनीति पर काम
उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की कुशासन की सरकार है. ऐसे में राजस्थान कांग्रेस और कार्यकर्ताओं की क्या भूमिका रहेगी, हम कैसे जनता का विरोध और आक्रोश सड़कों पर लेकर आते हैं, इन सब बातों की हमने चर्चा की है. पायलट ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हम सबने मिलकर यह तय किया है कि बीजेपी की केंद्र की सरकार को एक्सपोज करें और पब्लिक की आावाज को सदन के अंदर और बाहर पुरजोर तरीके से उठाएं.