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डमी अभ्यर्थी बिठाकर बने पीटीआई, डिग्री भी संदिग्ध, एसओजी ने तीन को दबोचा

भर्ती परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले में एसओजी ने तीन शिक्षकों को पकड़ा है. एक डमी अभ्यर्थी भी गिरफ्तार किया गया है.

SOG Action in Dummy Candidate Case
एसओजी द्वारा पकड़े गए लादूराम,भारमल, स्वरूपाराम और कमल विश्नोई (PHoto ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

जयपुर: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित पीटीआई भर्ती और राजस्थान लोकसेवा आयोग की शिक्षक भर्ती में डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले में एसओजी ने तीन पीटीआई और एक व्याख्याता को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो आरोपियों को एसओजी ने सात दिन की रिमांड पर सौंपा है. पीटीआई भर्ती में डमी अभ्यर्थी बिठाकर नौकरी हासिल करने के संबंध में एसओजी को वाट्सएप हेल्पलाइन पर शिकायत मिली थी. इसकी जांच के आधार पर एसओजी ने सरकारी स्कूलों में पीटीआई बने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनकी डिग्री भी फर्जी होने की आशंका है. इसकी भी जांच एसओजी कर रही है.

एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर की ओर से आयोजित शारीरिक शिक्षक सीधी भर्ती-2022 में गुढ़ामालानी निवासी स्वरूपाराम, धानता (सांचौर) निवासी भारमलराम और दांतीवास (जालोर) निवासी लादूराम ने अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बिठाए और उनके फोटो व हस्ताक्षर का उपयोग किया. इन तीनों को गिरफ्तार किया गया है.

पढ़ें: कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2023 को लेकर बहस पूरी, फैसला सुरक्षित

आवेदन और दस्तावेज सत्यापन में डिग्री अलग-अलग: उन्होंने बताया कि स्वरूपाराम बाड़मेर जिले की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, जाखड़ों की ढाणी में पीटीआई है. भारमल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कुडा, रानीवाड़ा (सांचौर) और लादूराम वनानी भीलों की ढाणी (गुढ़ामालानी) की राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में पीटीआई है. इन तीनों ने आवेदन पत्र में किसी दूसरे विश्वविद्यालय की बीपीएड की डिग्री होने की जानकारी दी, जबकि दस्तावेज सत्यापन के समय किसी अन्य विश्वविद्यालय की डिग्री पेश की और नौकरी हासिल कर ली. ऐसे में एसओजी को इनकी डिग्री भी फर्जी होने की आशंका है.

स्थानीय पुलिस ने सौंपा एसओजी को: उन्होंने बताया कि एसओजी की जांच में आरोप सही पाए जाने पर दो अलग-अलग प्रकरण राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अध्युपाय) अधिनियम, 2022 के तहत दर्ज कर अनुसंधान किया गया. स्वरूपाराम को जालोर एसपी ज्ञानचंद यादव और लादूराम व भारमल को बाड़मेर एसपी नरेंद्र मीणा के निर्देशन में टीमों ने हिरासत में लेकर एसओजी को सुपुर्द किया. अनुसंधान के बाद एसओजी ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया. स्वरूपाराम और भारमल को सात दिन की रिमांड पर लिया गया है.

यह भी पढ़ें: लिपिक ग्रेड-II/कनिष्ठ सहायक संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा की मेरिट लिस्ट जारी, अब होगा टाइपिंग टेस्ट

डमी अभ्यर्थी बना व्याख्याता भी गिरफ्तार: एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर की ओर से हुई वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में 29 जनवरी 2023 को सामान्य ज्ञान एवं शैक्षिक मनोविज्ञान की परीक्षा हुई थी. मूल अभ्यर्थी राजेंद्र कुमार की जगह सांचौर के राजीव नगर निवासी कमल विश्नोई ने डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी. कमल विश्नोई वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, अरणाय (जालोर) में व्याख्याता (जीव विज्ञान) के पद पर कार्यरत है. उसे एसओजी ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया.

जयपुर: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित पीटीआई भर्ती और राजस्थान लोकसेवा आयोग की शिक्षक भर्ती में डमी अभ्यर्थी बिठाने के मामले में एसओजी ने तीन पीटीआई और एक व्याख्याता को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो आरोपियों को एसओजी ने सात दिन की रिमांड पर सौंपा है. पीटीआई भर्ती में डमी अभ्यर्थी बिठाकर नौकरी हासिल करने के संबंध में एसओजी को वाट्सएप हेल्पलाइन पर शिकायत मिली थी. इसकी जांच के आधार पर एसओजी ने सरकारी स्कूलों में पीटीआई बने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनकी डिग्री भी फर्जी होने की आशंका है. इसकी भी जांच एसओजी कर रही है.

एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर की ओर से आयोजित शारीरिक शिक्षक सीधी भर्ती-2022 में गुढ़ामालानी निवासी स्वरूपाराम, धानता (सांचौर) निवासी भारमलराम और दांतीवास (जालोर) निवासी लादूराम ने अपनी जगह डमी अभ्यर्थी बिठाए और उनके फोटो व हस्ताक्षर का उपयोग किया. इन तीनों को गिरफ्तार किया गया है.

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आवेदन और दस्तावेज सत्यापन में डिग्री अलग-अलग: उन्होंने बताया कि स्वरूपाराम बाड़मेर जिले की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, जाखड़ों की ढाणी में पीटीआई है. भारमल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कुडा, रानीवाड़ा (सांचौर) और लादूराम वनानी भीलों की ढाणी (गुढ़ामालानी) की राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में पीटीआई है. इन तीनों ने आवेदन पत्र में किसी दूसरे विश्वविद्यालय की बीपीएड की डिग्री होने की जानकारी दी, जबकि दस्तावेज सत्यापन के समय किसी अन्य विश्वविद्यालय की डिग्री पेश की और नौकरी हासिल कर ली. ऐसे में एसओजी को इनकी डिग्री भी फर्जी होने की आशंका है.

स्थानीय पुलिस ने सौंपा एसओजी को: उन्होंने बताया कि एसओजी की जांच में आरोप सही पाए जाने पर दो अलग-अलग प्रकरण राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अध्युपाय) अधिनियम, 2022 के तहत दर्ज कर अनुसंधान किया गया. स्वरूपाराम को जालोर एसपी ज्ञानचंद यादव और लादूराम व भारमल को बाड़मेर एसपी नरेंद्र मीणा के निर्देशन में टीमों ने हिरासत में लेकर एसओजी को सुपुर्द किया. अनुसंधान के बाद एसओजी ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया. स्वरूपाराम और भारमल को सात दिन की रिमांड पर लिया गया है.

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डमी अभ्यर्थी बना व्याख्याता भी गिरफ्तार: एडीजी वीके सिंह ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर की ओर से हुई वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा में 29 जनवरी 2023 को सामान्य ज्ञान एवं शैक्षिक मनोविज्ञान की परीक्षा हुई थी. मूल अभ्यर्थी राजेंद्र कुमार की जगह सांचौर के राजीव नगर निवासी कमल विश्नोई ने डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी. कमल विश्नोई वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, अरणाय (जालोर) में व्याख्याता (जीव विज्ञान) के पद पर कार्यरत है. उसे एसओजी ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया.

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