ETV Bharat / city

RUHS अस्पताल पर लगे आरोप, Corona जांच रिपोर्ट की एवज में मांगे ढाई हजार रुपए - accused of asking for money for investigation

जयपुर के प्रताप नगर में स्थित आरयूएचएस हॉस्पिटल (RUHS Hospital) पर कोरोना जांच रिपोर्ट के एवज में पैसे मांगने का आरोप लगा है. दरअसल, एक व्यक्ति अपनी बेटी को लेकर अस्पताल आया था, जहां उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बच्ची के माता-पिता को भी कोरोना टेस्ट करने की बात कही. इस दौरान पैसे मांगने का मामला सामने आया.

सवाई मानसिंह अस्पताल  गुलाम मोहम्मद की खबर  जांच के लिए पैसे मांगने का आरोप  कोरोना जांच में पैसे मांगने का आरोप  jaipur news  corona investigation report  RUHS hospital located in pratap nagar  sawai mansingh hospital  ghulam mohammad news  accused of asking for money for investigation  accused of asking for money in corona investigation
कोरोना की जांच रिपोर्ट के मांगे ढाई हजार रुपए
author img

By

Published : Jun 11, 2020, 10:56 PM IST

जयपुर. कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मरीजों का इलाज अब प्रताप नगर स्थित आरयूएचएस हॉस्पिटल में किया जा रहा है. लेकिन हाल ही में अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने कोरोना की जांच दिखाने के एवज में मरीज से पैसे की मांग की है. हाल ही में आरयूएचएस अस्पताल से एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला से कोरोना जांच दिखाने के एवज में पैसे मांगे गए. गुलाम मोहम्मद नाम के व्यक्ति की 5 वर्षीय बेटी जब पॉजिटिव हुई तो उसे आरयूएचएस अस्पताल भेजा गया.

कोरोना की जांच रिपोर्ट के मांगे ढाई हजार रुपए

दरअसल, गुलाम मोहम्मद की बेटी के हाथ में फ्रैक्चर हो जाने के चलते उसे सवाई मानसिंह अस्पताल स्थित ट्रोमा अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची का ऑपरेशन किया जाएगा, लेकिन पहले इसकी कोरोना वायरस की जांच करवानी होगी. ऐसे में जब बच्ची का टेस्ट किया गया तो वह पॉजिटिव पाई गई और उसे कच्चा प्लास्टर बांधकर आरयूएचएस अस्पताल भेज दिया गया.

यह भी पढ़ेंः मेडिकल कॉलेज अस्पताल में BPL मरीजों को डायलिसिस की पर्ची बनाने में आ रही परेशानी

इस दौरान बच्ची के माता-पिता ने भी खुद की कोरोना जांच करने की बात कही. लेकिन इसके बावजूद भी बच्चे के माता-पिता का टेस्ट नहीं किया गया. ऐसे में करीब चार दिन बाद बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई तो बच्चे के माता-पिता ने अस्पताल से छुट्टी देने की बात कही, ताकि वे बच्चे का ऑपरेशन करा सके. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बच्ची के माता-पिता को भी कोरोना टेस्ट करने की बात कही.

गुलाम मोहम्मद और उसकी पत्नी शबनम ने इसका विरोध किया और कहा कि जब हमने पांच दिन पहले टेस्ट करने की बात कही थी तो आपने सैंपल क्यों नहीं लिया. ऐसे में जब बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई है तो सैंपल लेने की बात कह रहे हो. बच्ची की मां शबनम ने यहां तक कहा कि आठ जून को उसके पति की रिपोर्ट आ गई, लेकिन उसकी जांच रिपोर्ट के लिए अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि तुम ढाई हजार रुपए दे दो तुम्हारी जांच पहले निकलवा देंगे.

यह भी पढ़ेंः Corona Update: प्रदेश में कोरोना के 238 नए मामले, कुल पॉजिटिव आंकड़ा पहुंचा 11,838 पर

उन्होंने आरोप लगाया कि एक वार्ड बॉय के जरिए यह पैसा मांगा गया. ऐसे में बच्ची की मां शबनम ने कहा कि उनके पास इतना पैसा नहीं है और फिर खुद एक किराए के मकान में रहते हैं. ऐसे में शबनम ने अपने पति को कहा कि वे बच्ची को छुट्टी दिलाकर ले जाएं और उसके हाथ का इलाज करवाएं.

बिना सैंपल लिए ही बता दिया पॉजिटिव

शबनम ने बताया कि पांच जून को उसकी बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और बिना सैंपल लिए ही अस्पताल प्रशासन ने उसे भी पॉजिटिव बता दिया. जबकि शबनम का सैंपल तक नहीं लिया गया था. ऐसे में जब पति पत्नी ने इसका विरोध किया तो अस्पताल का स्टाफ उन्हें छोड़कर चला गया.

जयपुर. कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मरीजों का इलाज अब प्रताप नगर स्थित आरयूएचएस हॉस्पिटल में किया जा रहा है. लेकिन हाल ही में अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने कोरोना की जांच दिखाने के एवज में मरीज से पैसे की मांग की है. हाल ही में आरयूएचएस अस्पताल से एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला से कोरोना जांच दिखाने के एवज में पैसे मांगे गए. गुलाम मोहम्मद नाम के व्यक्ति की 5 वर्षीय बेटी जब पॉजिटिव हुई तो उसे आरयूएचएस अस्पताल भेजा गया.

कोरोना की जांच रिपोर्ट के मांगे ढाई हजार रुपए

दरअसल, गुलाम मोहम्मद की बेटी के हाथ में फ्रैक्चर हो जाने के चलते उसे सवाई मानसिंह अस्पताल स्थित ट्रोमा अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची का ऑपरेशन किया जाएगा, लेकिन पहले इसकी कोरोना वायरस की जांच करवानी होगी. ऐसे में जब बच्ची का टेस्ट किया गया तो वह पॉजिटिव पाई गई और उसे कच्चा प्लास्टर बांधकर आरयूएचएस अस्पताल भेज दिया गया.

यह भी पढ़ेंः मेडिकल कॉलेज अस्पताल में BPL मरीजों को डायलिसिस की पर्ची बनाने में आ रही परेशानी

इस दौरान बच्ची के माता-पिता ने भी खुद की कोरोना जांच करने की बात कही. लेकिन इसके बावजूद भी बच्चे के माता-पिता का टेस्ट नहीं किया गया. ऐसे में करीब चार दिन बाद बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई तो बच्चे के माता-पिता ने अस्पताल से छुट्टी देने की बात कही, ताकि वे बच्चे का ऑपरेशन करा सके. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बच्ची के माता-पिता को भी कोरोना टेस्ट करने की बात कही.

गुलाम मोहम्मद और उसकी पत्नी शबनम ने इसका विरोध किया और कहा कि जब हमने पांच दिन पहले टेस्ट करने की बात कही थी तो आपने सैंपल क्यों नहीं लिया. ऐसे में जब बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई है तो सैंपल लेने की बात कह रहे हो. बच्ची की मां शबनम ने यहां तक कहा कि आठ जून को उसके पति की रिपोर्ट आ गई, लेकिन उसकी जांच रिपोर्ट के लिए अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि तुम ढाई हजार रुपए दे दो तुम्हारी जांच पहले निकलवा देंगे.

यह भी पढ़ेंः Corona Update: प्रदेश में कोरोना के 238 नए मामले, कुल पॉजिटिव आंकड़ा पहुंचा 11,838 पर

उन्होंने आरोप लगाया कि एक वार्ड बॉय के जरिए यह पैसा मांगा गया. ऐसे में बच्ची की मां शबनम ने कहा कि उनके पास इतना पैसा नहीं है और फिर खुद एक किराए के मकान में रहते हैं. ऐसे में शबनम ने अपने पति को कहा कि वे बच्ची को छुट्टी दिलाकर ले जाएं और उसके हाथ का इलाज करवाएं.

बिना सैंपल लिए ही बता दिया पॉजिटिव

शबनम ने बताया कि पांच जून को उसकी बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और बिना सैंपल लिए ही अस्पताल प्रशासन ने उसे भी पॉजिटिव बता दिया. जबकि शबनम का सैंपल तक नहीं लिया गया था. ऐसे में जब पति पत्नी ने इसका विरोध किया तो अस्पताल का स्टाफ उन्हें छोड़कर चला गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.