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SPECIAL : कोरोना ने बदला म्यूटेंट : जयपुर में सामने आए कुछ ऐसे मामले जिन्हें नहीं पकड़ पाया RT-PCR टेस्ट

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Published : Apr 4, 2021, 6:20 PM IST

राजस्थान में कोविड-19 संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हाल ही में जयपुर के कोविड-19 डेडीकेटेड RUHS अस्पताल में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्हें देखकर चिकित्सकों का कहना है कि शायद वायरस ने अपना म्यूटेंट बदल लिया है.

Corona infection new mutants, New wave of corona
कोरोना ने बदला म्यूटेंट

जयपुर. देशभर में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है. राजस्थान में भी कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हाल ही में जयपुर के कोविड-19 डेडीकेटेड आर यू एच एस अस्पताल में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्हें देखकर चिकित्सकों का कहना है कि शायद वायरस ने अपना म्यूटेंट बदल लिया है. अब ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमें आरटी पीसीआर टेस्ट संक्रमण को पकड़ ही नहीं पा रहा है. रिपोर्ट देखिये.

कोरोना के नए लक्षण नहीं पकड़ पा रहा आरटी-पीसीआर टेस्ट

कोविड-19 डेडीकेटेड आर यू एच एस अस्पताल के अधीक्षक डॉ अजीत सिंह का कहना है कि बीते साल भी कोविड-19 संक्रमण के काफी मामले आर यू एच एस अस्पताल में आए थे. एक बार फिर से आर यू एच एस अस्पताल में संक्रमित मामलों की संख्या बढ़ने लगी है. इसी बीच जो संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं वे बीते वर्ष से काफी अलग हैं. ऐसे में डॉ अजीत सिंह का कहना है कि इस बार जो नए केस इस संक्रमण के सामने आए हैं उनके पैटर्न में कुछ बदलाव देखने को मिला है.

Corona infection new mutants, New wave of corona
बाई लेटरल निमोनिया के लक्षण, मरीज नेगेटिव

बाई लेटरल निमोनिया, लेकिन मरीज नेगेटिव

डॉ अजीत सिंह का कहना है कि फिलहाल अस्पताल में 132 नए मरीज कोविड-19 संक्रमण से ग्रसित होकर आए हैं. कुछ केस में यह देखने को मिला है कि मरीज बाई लेटरल निमोनिया से पीड़ित हैं. सीटी स्कैन करवाने पर उनका स्कोर 20 या 22 आ रहा है. इसके बावजूद आरटी पीसीआर टेस्ट में ये मरीज नेगेटिव बताए जा रहे हैं.

पढ़ें- कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सख्ती की तैयारी में गहलोत सरकार, 7 बजे से हो सकता है नाइट कर्फ्यू !

जो इस समय काफी चिंता का विषय है. क्योंकि कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिए फिलहाल आरटी पीसीआर टेस्ट ही कारगर है. यदि वायरस ने अपना म्यूटेंट बदला है और आरटी पीसीआर टेस्ट भी उसे पकड़ नहीं पा रहा है, तो ये काफी चिंता का विषय है.

Corona infection new mutants, New wave of corona
कोरोना ने बदला म्यूटेंट

ऐसे मरीजों को भी मान रहे संक्रमित

डॉ अजीत सिंह का कहना है कि बाई लेटरल निमोनिया से पीड़ित मरीज को भी फिलहाल संक्रमण की श्रेणी में रखा जा रहा है. ऐसे मरीजों में संक्रमण का पता नहीं लग पा रहा. मरीज की स्थिति अचानक खराब होने पर ही उन्हें अस्पताल में लाया जा रहा है. इसके बाद कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत ही इन मरीजों का इलाज भी संक्रमित मरीज मानकर ही किया जा रहा है. इसके अलावा इस बार करीब 80 फ़ीसदी मरीज एसिंप्टोमेटिक सामने आ रहे हैं. जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद वे संक्रमण से ग्रसित हैं.

Corona infection new mutants, New wave of corona
आरटी पीसीआर की पकड़ में नहीं आ रहा कोरोना

मौजूदा स्थिति

प्रदेश की मौजूदा स्थिति की बात की जाए तो संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. बीते 4 दिन की बात की जाए तो प्रदेश में 3097 नए संक्रमित मरीज अब तक सामने आ चुके हैं. प्रदेश में एक्टिव किस की संख्या 11738 पहुंच चुकी है. इसके अलावा जयपुर, कोटा, उदयपुर, डूंगरपुर, अजमेर, जोधपुर जिलों में सबसे अधिक संक्रमण के मामले फिलहाल देखने को मिल रहे हैं.

जयपुर. देशभर में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है. राजस्थान में भी कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हाल ही में जयपुर के कोविड-19 डेडीकेटेड आर यू एच एस अस्पताल में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्हें देखकर चिकित्सकों का कहना है कि शायद वायरस ने अपना म्यूटेंट बदल लिया है. अब ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमें आरटी पीसीआर टेस्ट संक्रमण को पकड़ ही नहीं पा रहा है. रिपोर्ट देखिये.

कोरोना के नए लक्षण नहीं पकड़ पा रहा आरटी-पीसीआर टेस्ट

कोविड-19 डेडीकेटेड आर यू एच एस अस्पताल के अधीक्षक डॉ अजीत सिंह का कहना है कि बीते साल भी कोविड-19 संक्रमण के काफी मामले आर यू एच एस अस्पताल में आए थे. एक बार फिर से आर यू एच एस अस्पताल में संक्रमित मामलों की संख्या बढ़ने लगी है. इसी बीच जो संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं वे बीते वर्ष से काफी अलग हैं. ऐसे में डॉ अजीत सिंह का कहना है कि इस बार जो नए केस इस संक्रमण के सामने आए हैं उनके पैटर्न में कुछ बदलाव देखने को मिला है.

Corona infection new mutants, New wave of corona
बाई लेटरल निमोनिया के लक्षण, मरीज नेगेटिव

बाई लेटरल निमोनिया, लेकिन मरीज नेगेटिव

डॉ अजीत सिंह का कहना है कि फिलहाल अस्पताल में 132 नए मरीज कोविड-19 संक्रमण से ग्रसित होकर आए हैं. कुछ केस में यह देखने को मिला है कि मरीज बाई लेटरल निमोनिया से पीड़ित हैं. सीटी स्कैन करवाने पर उनका स्कोर 20 या 22 आ रहा है. इसके बावजूद आरटी पीसीआर टेस्ट में ये मरीज नेगेटिव बताए जा रहे हैं.

पढ़ें- कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सख्ती की तैयारी में गहलोत सरकार, 7 बजे से हो सकता है नाइट कर्फ्यू !

जो इस समय काफी चिंता का विषय है. क्योंकि कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिए फिलहाल आरटी पीसीआर टेस्ट ही कारगर है. यदि वायरस ने अपना म्यूटेंट बदला है और आरटी पीसीआर टेस्ट भी उसे पकड़ नहीं पा रहा है, तो ये काफी चिंता का विषय है.

Corona infection new mutants, New wave of corona
कोरोना ने बदला म्यूटेंट

ऐसे मरीजों को भी मान रहे संक्रमित

डॉ अजीत सिंह का कहना है कि बाई लेटरल निमोनिया से पीड़ित मरीज को भी फिलहाल संक्रमण की श्रेणी में रखा जा रहा है. ऐसे मरीजों में संक्रमण का पता नहीं लग पा रहा. मरीज की स्थिति अचानक खराब होने पर ही उन्हें अस्पताल में लाया जा रहा है. इसके बाद कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत ही इन मरीजों का इलाज भी संक्रमित मरीज मानकर ही किया जा रहा है. इसके अलावा इस बार करीब 80 फ़ीसदी मरीज एसिंप्टोमेटिक सामने आ रहे हैं. जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं हैं लेकिन इसके बावजूद वे संक्रमण से ग्रसित हैं.

Corona infection new mutants, New wave of corona
आरटी पीसीआर की पकड़ में नहीं आ रहा कोरोना

मौजूदा स्थिति

प्रदेश की मौजूदा स्थिति की बात की जाए तो संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. बीते 4 दिन की बात की जाए तो प्रदेश में 3097 नए संक्रमित मरीज अब तक सामने आ चुके हैं. प्रदेश में एक्टिव किस की संख्या 11738 पहुंच चुकी है. इसके अलावा जयपुर, कोटा, उदयपुर, डूंगरपुर, अजमेर, जोधपुर जिलों में सबसे अधिक संक्रमण के मामले फिलहाल देखने को मिल रहे हैं.

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