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RSLDC घूसकांड: IAS नीरज के पवन और प्रदीप गवंडे को ACB मुख्यालय बुलाकर पूछताछ करने की तैयारी

आरएसएलडीसी (RSLDC) घूसकांड का खुलासा करने के बाद प्रकरण में एसीबी (ACB) की जांच लगातार जारी है. एसीबी अब आईएएस नीरज के. पवन और प्रदीप गवंडे को एसीबी मुख्यालय बुलाकर आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की तैयारी में है.

Rajasthan ACB action, Rajasthan ACB
RSLDC घूसकांड
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Published : Sep 18, 2021, 2:35 PM IST

जयपुर. आरएसएलडीसी (RSLDC) घूसकांड का खुलासा करने के बाद प्रकरण में एसीबी (ACB) की जांच लगातार जारी है. जहां गुरुवार को इस पूरे प्रकरण में आईएएस प्रदीप गवंडे को एसीबी मुख्यालय बुलाकर उनसे पूछताछ की गई और ब्लैक लिस्ट की गई परिवादी की फर्म के पक्ष में शुरू किए गए काम के बारे में सवाल पूछे गए. तो वहीं अब इस पूरे प्रकरण में ACB आईएएस नीरज के पवन को भी जल्द ही एसीबी मुख्यालय बुलाकर पूछताछ करने की रूपरेखा तैयार कर रही है.

RSLDC घूसकांड

पढ़ें- RSLDC घूसकांड: ACB की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे, परिवादी से डील होने के बाद Process शुरू

घूसकांड के इस प्रकरण में 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए अशोक सांगवान और राहुल गर्ग को रिमांड अवधि समाप्त होने पर शुक्रवार देर शाम को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर 20 सितंबर तक फिर से रिमांड पर लिया गया है.

अब तक घूसकांड प्रकरण में हुई कार्रवाई

अब तक इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई करते हुए ACB ने 11 सितंबर को आरएसएलडीसी (RSLDC) के मैनेजर राहुल कुमार गर्ग और स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान को गिरफ्तार करने के बाद कार्यालय से पत्रावलियां बरामद की हैं. इसके साथ ही आईएएस नीरज के पवन और प्रदीप गवंडे सहित 4 लोगों के 5 मोबाइल फोन सीज किए हैं.

हालांकि, सीज किए गए मोबाइल फोन के अंदर छिपे राज की जांच अब तक एसीबी शुरू नहीं कर सकी है. सीज किए गए मोबाइल फोन पहले जांच के लिए एफएसएल (FSL) को भेजे जाने थे लेकिन उन्हें अब तक नहीं भेजा गया है. एसीबी सूत्रों की मानें तो सीज किए गए मोबाइल फोन के लॉक खोलने के लिए एक बार फिर से संबंधित अधिकारियों को कहा जाएगा और यदि वह लॉक खोलने के लिए इनकार करते हैं तब उसे फॉरेंसिक जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा.

Rajasthan ACB action, Rajasthan ACB
नीरज के पवन

पढ़ें- RSLDC घूसकांड मामला: IAS प्रदीप गवंडे से हुई पूछताछ, अब आईएएस नीरज के पवन की बारी

वहीं, इस प्रकरण में कार्रवाई करते हुए बीवीजी कंपनी की उदयपुर में संचालित कौशल विकास की फर्म की फाइल भी जांच के लिए मंगाई गई है. बीवीजी कंपनी के एक प्रतिनिधि ने फर्म को RSLDC की ओर से ब्लैक लिस्ट करने पर 12 लाख रुपए देकर फिर से बहाल किए जाने के संबंध में परिवादी से बात की थी, जिसके आधार पर अब एसीबी बीवीजी कंपनी की फर्म की फाइल को भी खंगाल रही है.

आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तैयारी

एसीबी सूत्रों की मानें तो घूसकांड के इस प्रकरण में जल्द ही एसीबी आईएएस नीरज के पवन, प्रदीप गवंडे, अशोक सांगवान और राहुल कुमार गर्ग को आमने-सामने बैठकर पूछताछ करेगी. पूछताछ करने से पहले आरएसएलडीसी में किए गए ब्लैक लिस्ट फर्म को फिर से बहाल करने के खेल से संबंधित पत्रावलियों को खंगाल कर चारों अधिकारियों को घेरने के लिए सवाल तैयार किए जा रहे हैं. उसके बाद चारों अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर क्रॉस क्वेश्चन (Cross Question) पूछे जाएंगे. किस आधार पर ब्लैक लिस्ट की गई फर्म को जल्द ही बहाल किया गया, इस सवाल का जवाब देना अधिकारियों के लिए भी गले की फांस बनेगा.

जयपुर. आरएसएलडीसी (RSLDC) घूसकांड का खुलासा करने के बाद प्रकरण में एसीबी (ACB) की जांच लगातार जारी है. जहां गुरुवार को इस पूरे प्रकरण में आईएएस प्रदीप गवंडे को एसीबी मुख्यालय बुलाकर उनसे पूछताछ की गई और ब्लैक लिस्ट की गई परिवादी की फर्म के पक्ष में शुरू किए गए काम के बारे में सवाल पूछे गए. तो वहीं अब इस पूरे प्रकरण में ACB आईएएस नीरज के पवन को भी जल्द ही एसीबी मुख्यालय बुलाकर पूछताछ करने की रूपरेखा तैयार कर रही है.

RSLDC घूसकांड

पढ़ें- RSLDC घूसकांड: ACB की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे, परिवादी से डील होने के बाद Process शुरू

घूसकांड के इस प्रकरण में 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए अशोक सांगवान और राहुल गर्ग को रिमांड अवधि समाप्त होने पर शुक्रवार देर शाम को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर 20 सितंबर तक फिर से रिमांड पर लिया गया है.

अब तक घूसकांड प्रकरण में हुई कार्रवाई

अब तक इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई करते हुए ACB ने 11 सितंबर को आरएसएलडीसी (RSLDC) के मैनेजर राहुल कुमार गर्ग और स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान को गिरफ्तार करने के बाद कार्यालय से पत्रावलियां बरामद की हैं. इसके साथ ही आईएएस नीरज के पवन और प्रदीप गवंडे सहित 4 लोगों के 5 मोबाइल फोन सीज किए हैं.

हालांकि, सीज किए गए मोबाइल फोन के अंदर छिपे राज की जांच अब तक एसीबी शुरू नहीं कर सकी है. सीज किए गए मोबाइल फोन पहले जांच के लिए एफएसएल (FSL) को भेजे जाने थे लेकिन उन्हें अब तक नहीं भेजा गया है. एसीबी सूत्रों की मानें तो सीज किए गए मोबाइल फोन के लॉक खोलने के लिए एक बार फिर से संबंधित अधिकारियों को कहा जाएगा और यदि वह लॉक खोलने के लिए इनकार करते हैं तब उसे फॉरेंसिक जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा.

Rajasthan ACB action, Rajasthan ACB
नीरज के पवन

पढ़ें- RSLDC घूसकांड मामला: IAS प्रदीप गवंडे से हुई पूछताछ, अब आईएएस नीरज के पवन की बारी

वहीं, इस प्रकरण में कार्रवाई करते हुए बीवीजी कंपनी की उदयपुर में संचालित कौशल विकास की फर्म की फाइल भी जांच के लिए मंगाई गई है. बीवीजी कंपनी के एक प्रतिनिधि ने फर्म को RSLDC की ओर से ब्लैक लिस्ट करने पर 12 लाख रुपए देकर फिर से बहाल किए जाने के संबंध में परिवादी से बात की थी, जिसके आधार पर अब एसीबी बीवीजी कंपनी की फर्म की फाइल को भी खंगाल रही है.

आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तैयारी

एसीबी सूत्रों की मानें तो घूसकांड के इस प्रकरण में जल्द ही एसीबी आईएएस नीरज के पवन, प्रदीप गवंडे, अशोक सांगवान और राहुल कुमार गर्ग को आमने-सामने बैठकर पूछताछ करेगी. पूछताछ करने से पहले आरएसएलडीसी में किए गए ब्लैक लिस्ट फर्म को फिर से बहाल करने के खेल से संबंधित पत्रावलियों को खंगाल कर चारों अधिकारियों को घेरने के लिए सवाल तैयार किए जा रहे हैं. उसके बाद चारों अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर क्रॉस क्वेश्चन (Cross Question) पूछे जाएंगे. किस आधार पर ब्लैक लिस्ट की गई फर्म को जल्द ही बहाल किया गया, इस सवाल का जवाब देना अधिकारियों के लिए भी गले की फांस बनेगा.

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