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1257 करोड़ रुपए का सिंडिकेट बैंक घोटाला: आरोपी को 25 अक्टूबर तक ईडी की अभिरक्षा में भेजा - Syndicate Bank Fraud Case

1257 करोड़ रुपए के सिंडिकेट बैंक घोटाले में (Rs 1257 crore Syndicate Bank scam) मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल हिमांशु वर्मा को ईडी की विशेष मामलों की कोर्ट ने 25 अक्टूबर तक ईडी की अभिरक्षा में सौंपा है. गत दिनों गिरफ्तार हिमांश की 14.88 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच किया जा चुका है.

Rs 1257 crore Syndicate Bank scam accused sent to ED custody till October 25
1257 करोड़ रुपए के सिंडिकेट बैंक घोटाले का आरोपी 25 अक्टूबर तक ईडी की अभिरक्षा में
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Published : Oct 17, 2022, 7:00 PM IST

जयपुर. ईडी मामलों की विशेष अदालत ने करीब 1257 करोड़ रुपए के सिंडिकेट बैंक घोटाले से जुड़े मामले में मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल हिमांशु वर्मा को 25 अक्टूबर तक प्रवर्तन निदेशालय को अभिरक्षा में सौंप दिया (Syndicate Bank scam accused sent to ED custody) है. ईडी ने गत दिनों आरोपी को गिरफ्तार किया था. वहीं अब तक आरोपी की 14.88 करोड़ रुपए की संपत्ति को भी अटैच किया गया है.

ईडी की ओर से आरोपी को विशेष अदालत में पेश कर बताया गया कि आरोपी घोटाले के मास्टर माइंड में से एक है और वह हार्डकोर किस्म का अपराधी है. उसके और उसके परिवार वालों के खिलाफ पंजाब व चंडीगढ़ के विभिन्न थानों में मामले दर्ज हैं. इसके अलावा वह पंजाब पुलिस, सीबीआई और ईडी के लिए वॉन्टेड भी था. इसके साथ ही वह शातिर किस्म का अपराधी है और नाम बदल कर रह रहा है. आरोपी को पूछताछ के लिए पुलिस अभिरक्षा के तौर पर ईडी को सौंपा जाए. अदालत ने आरोपी को 25 अक्टूबर तक ईडी को सौंप दिया है.

पढ़ें: ईडी ने सिंडिकेट बैंक धोखाधड़ी मामले में 56.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की

गौरतलब है कि 1257 करोड़ रुपए के इस घोटाले में ईडी के सामने आया कि वर्ष 2011 से 2016 के बीच उदयपुर के सीए मास्टर माइंड भरत बम ने बैंक अधिकारियों से मिलीभगत कर सिंडीकेट बैंक से कर्ज लिया और इस रकम को शैल कंपनियों में ट्रांसफर किया गया. पांच साल में अलग-अलग समय पर लिए गए ये कर्ज कभी चुकाए ही नहीं गए. प्रकरण में चंडीगढ़ निवासी हिमांशु वर्मा का भी नाम सामने आया था. इस पर ईडी ने आरोपी को गिरफ्तार किया. मामले से जुड़े सीबीआई केस में सीबीआई ने गत वर्ष अगस्त माह में बैंक के तत्कालीन प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, सीए और तीन फर्मों के निदेशकों सहित कुल 18 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया था.

जयपुर. ईडी मामलों की विशेष अदालत ने करीब 1257 करोड़ रुपए के सिंडिकेट बैंक घोटाले से जुड़े मामले में मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल हिमांशु वर्मा को 25 अक्टूबर तक प्रवर्तन निदेशालय को अभिरक्षा में सौंप दिया (Syndicate Bank scam accused sent to ED custody) है. ईडी ने गत दिनों आरोपी को गिरफ्तार किया था. वहीं अब तक आरोपी की 14.88 करोड़ रुपए की संपत्ति को भी अटैच किया गया है.

ईडी की ओर से आरोपी को विशेष अदालत में पेश कर बताया गया कि आरोपी घोटाले के मास्टर माइंड में से एक है और वह हार्डकोर किस्म का अपराधी है. उसके और उसके परिवार वालों के खिलाफ पंजाब व चंडीगढ़ के विभिन्न थानों में मामले दर्ज हैं. इसके अलावा वह पंजाब पुलिस, सीबीआई और ईडी के लिए वॉन्टेड भी था. इसके साथ ही वह शातिर किस्म का अपराधी है और नाम बदल कर रह रहा है. आरोपी को पूछताछ के लिए पुलिस अभिरक्षा के तौर पर ईडी को सौंपा जाए. अदालत ने आरोपी को 25 अक्टूबर तक ईडी को सौंप दिया है.

पढ़ें: ईडी ने सिंडिकेट बैंक धोखाधड़ी मामले में 56.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की

गौरतलब है कि 1257 करोड़ रुपए के इस घोटाले में ईडी के सामने आया कि वर्ष 2011 से 2016 के बीच उदयपुर के सीए मास्टर माइंड भरत बम ने बैंक अधिकारियों से मिलीभगत कर सिंडीकेट बैंक से कर्ज लिया और इस रकम को शैल कंपनियों में ट्रांसफर किया गया. पांच साल में अलग-अलग समय पर लिए गए ये कर्ज कभी चुकाए ही नहीं गए. प्रकरण में चंडीगढ़ निवासी हिमांशु वर्मा का भी नाम सामने आया था. इस पर ईडी ने आरोपी को गिरफ्तार किया. मामले से जुड़े सीबीआई केस में सीबीआई ने गत वर्ष अगस्त माह में बैंक के तत्कालीन प्रबंधक, सहायक प्रबंधक, सीए और तीन फर्मों के निदेशकों सहित कुल 18 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया था.

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