जयपुर. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने वर्ष 2021 में कई उपलब्धियां हासिल की है. 2021 के दौरान 'मिशन जीवन रक्षा' के तहत आरपीएफ कर्मियों ने 601 लोगों की जिंदगी बचाई है. 522 ऑक्सीजन विशेष ट्रेनों को सुरक्षा दी गई और मानव तस्करों से 630 लोगों को बचाया है.
आरपीएफ ने 'ऑपरेशन अमानत' के तहत 12,377 यात्रियों से संबंधित 23 करोड़ रुपए से अधिक के छूटे गए सामान को वापस लौटाने का काम किया है. दलालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4,100 से अधिक मामले दर्ज किए और 4,600 से अधिक दोषियों को गिरफ्तार किया. 2.8 करोड़ रुपए के रेलवे टिकट जब्त किए.
11,900 से अधिक बच्चों को बचाया
प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर 244 'मेरी सहेली' (RPF Meri Saheli) दलों की तैनाती की गई है. साल 2021 के दौरान आरपीएफ ने 630 व्यक्तियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाया. इसमें 54 महिलाएं, 94 नाबालिग लड़कियां, 81 पुरुष और 401 नाबालिग लड़के शामिल हैं. इसके अलावा भारतीय रेलवे के संपर्क में आए देखभाल और सुरक्षा की जरूरत वाले 11,900 से अधिक बच्चों (RPF saves children from human trafficking) को बचाया है.
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रेलवे संपत्ति का संरक्षण और सुरक्षा
रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और इससे जुड़े अपराध के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. आरपीएफ ने साल 2021 में 5.83 करोड़ रुपए की चोरी की गई रेलवे संपत्ति की वसूली के साथ इस तरह के अपराध में शामिल 8,744 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दलालों के खिलाफ कार्रवाई
कोविड प्रोटोकॉल को लागू करने के संबंध में भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए ट्रेनों में आरक्षित बर्थ या सीट वाले यात्रियों को ही यात्रा करने की अनुमति थी. दलालों को अवैध रूप से प्रीमियम दरों पर आरक्षित टिकटों की खरीद और बिक्री पर लगाम लगाने के लिए आरपीएफ ने 4,600 से अधिक अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ 4,100 से अधिक मामले दर्ज किए. इन दलालों के पास से 2.8 करोड़ रुपए की अवैध रूप से प्राप्त भविष्य की यात्रा टिकटों को भी जब्त किया गया.
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नशीले पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई
2019 में एनडीपीएस अधिनियम के तहत अधिकार मिलने के बाद आरपीएफ ने साल 2021 के दौरान 620 ड्रग पेडलर की गिरफ्तारी के साथ रेलवे के जरिए ढोए जा रहे 15.7 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के नशीले पदार्थों की बरामदगी में सफलता प्राप्त की.
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यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ ने साल 2021 के दौरान महिलाओं के लिए आरक्षित कोचों में अनधिकृत रूप से यात्रा करने वाले 25,000 से अधिक व्यक्तियों और दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित कोचों से 9,307 व्यक्तियों को पकड़ा है. टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 139 और ट्विटर पर संकट में फंसे यात्रियों की 80 हजार से अधिक सुरक्षा संबंधित कॉल या शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की और उनका समाधान किया गया.