जयपुर. कोरोना संकट के बीच प्रदेश सरकार की ओर से कृषि और किसान कल्याण कोष के नाम पर 2% टैक्स जींस पर वृद्धि करने के बाद व्यापारी और किसानों में उपजे रोष को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. इसके लिए आरएलपी ने सरकार पर टैक्स वापस लेने के लिए डिजिटल अभियान का सहारा लेते हुए ट्विटर के जरिए ध्यान आकर्षित कराया. पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने इसकी शुरुआत कर सरकार पर किसान विरोधी निर्णय थोपने का आरोप लगाया.
बेनीवाल ने इस डिजिटल अभियान के दौरान ट्विटर पर सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा कि इस तरह के किसान विरोधी निर्णय से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष किसानों को ही नुकसान होगा.
बेनीवाल के अनुसार कोरोना महामारी के दौर में राजस्व अर्जित करने के लिए सरकार की ओर से किसानों को माध्यम बनाना पूर्ण रूप से अनुचित है. बेनीवाल ने पार्टी की ओर से चलाए गए टि्वटर ट्रेंड में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस संबंध में ध्यान आकर्षित कराते हुए किसानों के कई मुद्दों पर बात रखते रखते पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किसान हित में ये टैक्स वापस लेने की मांग भी की.
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इस मुद्दे को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और भोपालगढ़ से विधायक पुखराज गर्ग ने कहा कि मंडिया बंद होने से किसानों को सीधा नुकसान हो रहा है, क्योंकि पिछले डेढ़ माह से मंडी बंद होने के बाद अब मंडियों का संचालन शुरू होने से किसानों को अपनी उपज का मौका मिला, लेकिन सरकार के ऐसे तुगलक फरमान से किसान अपनी उपज नहीं भेज पा रहे हैं क्योंकि सरकारी निर्णय से व्यापारी वर्ग ने मंडी बंद रखना शुरू कर दिया है. ऐसे में किसानों को अपनी उपज बिचौलियों को बेचनी पड़ेगी. इसलिए सरकार को कृषि और किसान कल्याण कोष के नाम पर बढ़ाई गई 2% राशि वापस लेने के लिए तत्काल निर्णय करना चाहिए.