जयपुर. नगरीय निकायों के आर्थिक संकट, अमृत योजना, आरयूआईडीएफ फंड, स्मार्ट सिटी मिशन, आरओबी, आरयूबी जैसी रुडसिको और आरयूआईडीपी की विभिन्न योजनाओं की शनिवार को समीक्षा की गई.
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में आरयूआईडीपी, रुडसिको, स्वायत्त शासन विभाग और पीएचईडी के अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में मंत्री धारीवाल ने प्रदेश की सभी योजनाओं की समीक्षा और उन्हें गति देने के निर्देश दिए.
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स्वायत्त शासन सभागार में रुडसिको बोर्ड की 47 वीं बैठक हुई. जिसमें यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने रुडसिको और आरयूआईडीपी की ओर से संचालित योजनाओं की समीक्षा कर दिशा निर्देश दिए. धारीवाल ने बताया कि बैठक आयोजित करने का मुख्य कारण रुडसिको और आरयूआईडीपी द्वारा जारी विभिन्न योजनाओं में आने वाली परेशानियों को दूर करना और योजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करना है.
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की अमृत योजना में केंद्र सरकार की ओर से केन्द्रांश निर्धारित समय पर नहीं मिलने के कारण योजना की गति धीमी हुई है. वहीं उन्होंने विभिन्न नगरीय निकायों में आर्थिक संकट के चलते योजनाएं अधूरी रहने की बात कहते हुए, पिछली सरकार की ओर से बंद किए गए आरआईडीएफ फंड को दोबारा शुरू करने की बात कही.
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इसके अलावा धारीवाल ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत प्रदेश के 4 शहरों जयपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर में जारी विभिन्न योजनाओं की दोबारा समीक्षा करने की बात कही. साथ ही जो योजनाएं काम की नहीं है, उन्हें बंद करने के निर्देश दिए.
इसके अलावा उन्होंने पूर्वर्ती बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में 53 आरओबी/आरयूबी बनाए जाने थे. जिनमें से महज 36 का कार्य पूरा हुआ है. 11 निर्माणाधीन है और 6 का अभी कार्य शुरू भी नहीं हुआ है. ऐसे में उन्होंने इस काम को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए.