जयपुर. 56 महीने से बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभों के भुगतान के लिए सेवानिवृत रोडवेजकर्मियों ने शहीद स्मारक पर प्रदेशस्तरीय धरना प्रदर्शन किया. ये धरना प्रदर्शन 5 अप्रैल से 9 अप्रैल तक प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्रदेश स्तरीय धरना दिया जाएगा. आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलॉइज एसोसिएशन के आह्वान पर सेवानिवृत रोडवेजकर्मियों ने धरना शुरू किया है.
एसोसिएशन महासचिव हरगोविंद शर्मा ने बताया कि 7 फरवरी को एसोसिएशन की प्रदेश कार्यसमिति की जयपुर में आयोजित बैठक में जब तक पूरा भुगतान नहीं-तब तक कोई विश्राम नहीं का नारा देते हुए आंदोलन कार्यक्रम की घोषणा की थी. इसको लागू करते हुए 17 फरवरी को सभी जिला कलेक्टरों और उपखंड अधिकारियों के कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री के नाम ज्ञापन भेजा गया था. इस संदर्भ में 9 मार्च को जयपुर में सेवानिवृत रोडवेजकर्मियों की विशाल रैली आयोजित की जा चुकी है.
एसोसिएशन के पदाधिकारी सक्सेना ने बताया कि इससे पहले जनवरी में भी एसोसिएशन के आह्वान ने बकाया परिलाभों के भुगतान की मांग सहित विभिन्न ज्वलंत मांगों को लेकर 15 जनवरी को प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन और 18 जनवरी से 22 जनवरी तक प्रदेशव्यापी धरना का आयोजन किया जा चुका है. निरंतर आंदोलन और विरोध प्रदर्शन के बावजूद भी सरकार और रोडवेज प्रशासन द्वारा साढ़े 4 हजार सेवानिवृत रोडवेज कर्मचारियों के 56 महीने से बकाया करीब 500 करोड़ रुपए के भुगतान के लिए जरूरी कदम नहीं उठाया जा रहा है.
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एसोसिएशन द्वारा बकाया सेवानिवृत्ति परिलाभों के भुगतान सहित हर महीने के पहले कार्य दिवस को वेतन और पेंशन का भुगतान करने और चालक-परिचालकों के अधिश्रम भत्तों की गणना में की जा रही. रोडवेज प्रशासन ने मांग की है कि पूरे अधिश्रम भत्ते का भुगतान करने सहित विभिन्न ज्वलंत मांगों के समाधान की मांग की जा रही है. यदि बकाया भुगतान की पुख्ता व्यवस्था नहीं की जाती है तो आंदोलन प्रदेश पर तेज और व्यापक स्तर पर होगा.
5 से 9 अप्रैल तक धरना प्रदर्शन कार्यक्रम इस प्रकार से है. आज जयपुर, अलवर, तिजारा और वैशाली नगर आगार जयपुर के 117 कर्मचारी धरने पर बैठे. 6 अप्रैल को भरतपुर, हिंडौन, धौलपुर, जयपुर आगार और सीबीएस जयपुर के सेवानिवृत कर्मी धरना देंगे. इसके साथ ही चेतावनी दी गई है कि बकाया भुगतान नहीं किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.