जयपुर. राजधानी जयपुर में लगातार आवारा जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. आवारा जानवर के हमले से घायल हुए रिटायर्ड फौजी ने 15 दिन बाद शुक्रवार को दम तोड़ दिया. जयपुर के खातीपुरा इलाके में 12 जून को घर के बाहर खड़े रिटायर्ड फौजी शंकर सिंह नाथावत को आवारा सांड ने घायल कर दिया था, जिन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में उनकी हालत गंभीर बनी रही और वह कोमा में चले गए.
जानकारी के अनुसार उन्होंने शुक्रवार शाम को अस्पताल में दम तोड़ दिया. परिजनों का कहना है कि कॉलोनी के आसपास में आवारा जानवर घूमते रहते हैं, जिससे आमजन परेशान है. नगर निगम के अधिकारियों से लगातार शिकायतें की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती. 1 साल में यह दूसरी बड़ी घटना है और इसको लेकर लोगों में नगर निगम के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है.
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बता दें कि शंकर सिंह नाथावत भारतीय सेना के पहले लोकेटर थे और तत्कालीन राष्ट्रपति ने उन्हें इस सम्मान से नवाजा था. वह ब्रिटिश सेना में भर्ती हो गए थे, फिर भारतीय सेना में भर्ती हो गए. भारत-पाक समेत कई युद्धों में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी.
स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन इलाके में आवारा जानवरों से कई घटनाएं होती रहती है. घरों के बाहर भी बच्चे और बड़े कोई भी सुरक्षित नहीं है. उनका कहना है कि नगर निगम को शिकायत करने के बावजूद भी आवारा पशुओं और जानवरों को पकड़ा नहीं जाता है. इससे लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है. नगर निगम की लापरवाही से जयपुर शहर में पहले भी कई लोगों की जान जा चुकी है. पिछले वर्षों में विदेशी पर्यटक भी सांड के हमले से अपनी जान गंवा बैठा था, इसके बाद भी नगर निगम ने हालात नहीं सुधारे.