जयपुर. जूनियर इंजीनियरिंग भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का प्रकरण काफी तूल पकड़ता जा रहा है, जिसे देखते हुए अब इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करने का निर्णय लेते हुए राजस्थान एसओजी को इसकी जांच सौंपी गई है. अब इस पूरे प्रकरण की जांच एसओजी द्वारा की जा रही है. इसके साथ ही एसओजी मुख्यालय ने राजधानी के सांगानेर थाने से और भरतपुर जिले के कोतवाली थाने से जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के संबंध में जो एफआईआर दर्ज हुई है, उसकी फाइल को भी एसओजी मुख्यालय मंगा लिया है.
जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक प्रकरण में भरतपुर की कोतवाली थाना पुलिस ने एसओजी के सहयोग से पूर्व में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्त में आए गैंग के शातिर बदमाशों ने अनेक अभ्यर्थियों को पेपर उपलब्ध कराने की बात पूछताछ में कबूली थी. वहीं जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के प्रकरण को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने भी एसओजी मुख्यालय पहुंच एडीजी अशोक राठौड़ से मुलाकात की थी और इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की थी.
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इसके साथ ही राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच नहीं होने पर अभ्यर्थियों के साथ मिलकर एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी. इस प्रकरण में लगातार हो रहे विवाद को देखते हुए अधीनस्थ चयन बोर्ड ने भी जब तक पुलिस जांच की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक परीक्षा का परिणाम जारी नहीं करने का फैसला लिया है. अब इस पूरे प्रकरण की एसओजी द्वारा जांच की जा रही है. वहीं एसओजी की जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर ही जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी किया जाएगा.