जयपुर. राजधानी के एसएमएस अस्पताल रेजिडेंट डॉक्टरों पर हुए हमले के बाद से ही कार्रवाई की मांग की गई थी. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर हड़ताल करने की चेतावनी भी दी गई थी. जिसके बाद आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में कार्रवाई, सुरक्षा व्यवस्था के लिए बाउंसर और हथियारबंद गार्ड के अलावा हर वार्ड में अलार्म सिस्टम लगाए जाने की मांग पर स्वीकृति मिलने के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी है. जानकारी के अनुसार ये डॉक्टर आज रात से ही आईपीडी और इमरजेंसी में और कल सुबह 8 बजे से ओपीडी में अपनी सेवाएं देना प्रारम्भ करेंगे.
इस दौरान कॉलेज प्रशासन, पुलिस प्रशासन और रेजिडेंट डॉक्टर्स के बीच हुई वार्ता के बाद ये फैसला लिया गया. वार्ता में रेजिडेंट डॉक्टर्स की लगभग सभी मांगों पर सकारात्मक रुख अख्तियार करते हुए कॉलेज प्रशासन ने सभी समस्याओं का जल्द निस्तारण करने का आश्वासन दिया और तत्काल लागू करने की बात भी कहीं.
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वहीं रेसिडेंट डॉक्टर्स ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने की उनकी मांग थी, जिस पर पुलिस प्रशासन ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन पर मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट, राजकार्य में बाधा और पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज करने की धाराओं में कार्रवाई करना सुनिश्चित किया गया है. इसके अलावा कॉलेज प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने के लिए बाउंसर लगाए जाने का आश्वासन दिया है. साथ ही गार्ड्स का ठेका रिव्यू कर एक्स सर्विसमैन और हथियारबंद गार्ड की तैनाती की बात कही है.
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उन्होंने बताया कॉलेज प्रशासन की ओर से दिए गए आश्वासन के अनुसार अब हर वार्ड में अलार्म सिस्टम होगा. जिसे विपरीत परिस्थितियों में इस्तेमाल करने पर रैपिड एक्शन फोर्स तुरंत मौके पर पहुंचेगी. साथ ही बताया कि वो खुद मरीजों के हित में काम करना चाहते हैं. लेकिन जब पानी सिर के उपर से गुजर जाता है, तब ऐसा कदम उठाया जाता है. लेकिन बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर कब तक सुरक्षा और अन्य मांगों के नाम पर रेजिडेंट डॉक्टर्स को हड़ताल का रास्ता अपनाना होगा.